Hapur Suicide Case: और कितना उत्पीड़न झेलते... मां-बाप और बेटी ने चुन ली 'मौत', क्या है ट्रिपल सुसाइड की असली वजह?
Hapur Suicide News हापुड़ में दंपती और बेटी की मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई हो सकती है। इस मामले में थाने में तहरीर दी गई है। दरअसल परिवार के सदस्य उत्पीड़न से इतना टूट गए थे कि उन्होंने मौत को ही चुन लिया। पीड़ित परिवार ने कंपनी से 3 लाख रुपये का शार्ट टर्म लोन लिया था। पढ़िए आखिर पीड़ित परिवार के साथ क्या-क्या हुआ?
जागरण संवाददाता, हापुड़। Hapur Suicide Case रिकवरी एजेंटों के उत्पीड़न से दुखी होकर कर्ज में डूबे दंपती और उसकी 16 वर्षीय बेटी के जान देने के मामले में थाने में तहरीर दी गई है। उधर, किसान संगठन व स्थानीय नेताओं ने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। एसडीएम धौलाना व सीओ ने मृतक के स्वजन के बयान दर्ज किए हैं।
पुलिस में दी तहरीर में गांव सपनावत के पवन ने बताया कि उसका भाई संजीव राणा मजदूरी कर किसी तरह परिवार का भरण पोषण कर रहा था। कुछ समय पहले भाई ने एक्सक्लूसिव लीडिंग एंड फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से तीन लाख का शार्ट टर्म लोन लिया था। कंपनी की कैपिटल ब्रांच नगर कोतवाली क्षेत्र के मेरठ रोड पर है। कार्यालय में अज्ञात निवासी हिम्मत सिंह व कपूरपुर क्षेत्र के गांव पूजा चौहान एजेंट हैं। इन दोनों ने ही भाई को लोन दिलाया था।
परिवार को डराते-धमकाते थे
बताया गया कि आर्थिक तंगी के चलते भाई लोन की किस्त जमा नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में हिम्मत सिंह आए-दिन अज्ञात साथियों के साथ भाई के घर पर आता था। किस्त जमा करने का दबाव बनाने को आरोपित भाई को डराते-धमकाते थे। भाई व परिवार के सदस्यों को उठाकर ले जाने की धमकी देते थे। कई बार आरोपितों ने ग्रामीणों के सामने पूरे परिवार संग गाली-गलौज कर बेइज्जत भी किया था।
उत्पीड़न से परेशान था परिवार
आरोपितों से परेशान भाई अपनी पत्नी प्रेमवती व पुत्री पायल को लेकर करीब 20 दिन पहले अपनी ससुराल अलीगढ़ के इमरतपुर गया था। ताकि, ऋण की किस्त का इंतजाम करके रिकवरी एजेंटों के उत्पीड़न से बचा जा सके। 30 अगस्त को रिकवरी एजेंटों ने रिंकू को घर से उठाकर बंधक बना लिया और फोन कर किस्त नहीं देने पर बेटे को जेल भेजने की धमकी दी। भाई और भाभी के गिड़गिड़ाने पर करीब चार घंटे बाद रिंकू को छोड़ा।
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आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।खाया था जहरीला पदार्थ
वहीं, 31 अगस्त की शाम को भाई, भाभी और भतीजी रास्ते में जहरीला पदार्थ खाकर घर पहुंचे। इस दौरान रिंकू बच्चों को पढ़ाने के लिए कोचिंग सेंटर गया था। जबकि भाई का छोटा पुत्र पिंटू किसी काम के सिलसिले में जिला बुलंदशहर के गुलावठी गया था। हालत बिगड़ने पर भाई, भाभी व भतीजी को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से उन्हें मेरठ के एक प्राइवेट अस्पताल रेफर किया गया। एक सितंबर को मेरठ के अस्पताल में भाई संजीव राणा की मौत हो गई। दो सितंबर की सुबह भाभी प्रेमवती व भतीजी पायल की भी मौत हो गई। यह भी पढ़ें- कर्नाटक की खौफनाक कहानी: 19 साल की लड़की से दुष्कर्म, फिर पत्थर से कुचला सिर; झाड़ियों में फेंका शवपीड़ित परिवार से मिले भाजपा जिला अध्यक्ष
भाजपा जिला अध्यक्ष नरेश तोमर व ब्लाक प्रमुख निशांत सिसोदिया ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उधर, किसान मजदूर संगठन के पदाधिकारी व अन्य कार्यकर्ता भी परिवार से मिले। राष्ट्रीय प्रवक्ता ठाकुर ललित राणा ने भी मदद का भरोसा दिया।इस मामले में तहरीर प्राप्त हो गई है। मामले की जांच कर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। - ज्ञानंजय सिंह, एसपी