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Hapur Boiler Blast: गैस का बाॅयलर फटकर गांव की आबादी में गिरा, बच्ची की मौत; 25 घायल

Hapur Boiler Blast फटने के बाद बॉयलर हवा में उड़कर 500 से 600 मीटर दूर इमरान और हारून के मकान में गिरा। इसकी वजह से 5 मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Sun, 13 Sep 2020 01:02 PM (IST)
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Hapur Boiler Blast: गैस का बाॅयलर फटकर गांव की आबादी में गिरा, बच्ची की मौत; 25 घायल

हापुड़ [केशव त्यागी]। थाना हाफिजपुर क्षेत्र के गांव बड़ौदा सिहानी में रविवार की शुरुआत दर्दनाक हादसे के बीच मची चीख पुकार के साथ हुई। गांव के बाहरी छोर स्थित एक दूध की डेयरी पर लगा गैस का बॉयलर फट गया। आसमान में करीब सौ फु़ट ऊंचा जाकर बॉयलर 500-600 मीटर हवा में सफर तय करने के बाद गांव की आबादी में जा गिरा। जिससे पांच मकानों को क्षतिग्रस्त हो गए।

हादसे की चपेट में आकर डेयरी पर काम कर रहे चार मजदूरों समेत 25 लोग घायल हुए है। जबकि एक छह वर्षीय मासूम बच्ची की मौत हो गई। कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने घायलों को मलबे से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां एक मजदूर की हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना पर पुलिस प्रशासनिक अधिकारी व फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। अधिकारी बॉयलर चलाने की एनओसी समेत विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर पर जांच पड़ताल कर रहे हैं। वहीं मृतक बच्ची के स्वजन में कोहराम मचा हुआ है।

एएसपी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि गांव बड़ौदा सिहानी निवासी विनीत व हरीश करीब 40 वर्षों से दूध की डेयरी करते हैं। दो वर्ष पहले उन्होंने डेयरी पर मावा बनाने का काम शुरू किया था। डेयरी पर धुएं की चिमनी व स्टीम गैस का बॉयलर लगाया था। डेयरी पर गांव निवासी चार लोग मजदूरी करते हैं। रविवार सुबह गांव निवासी जुड़वा भाई मोहसिन, वसीम और लाला यूसुफ व उसका पुत्र शानू डेयरी पर काम करने पहुंचे। काम करते वक्त अचानक बॉयलर तेज आवाज के साथ छत को फाड़ते हुए फटकर हवा में उड़ गया।

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डेयरी पर बने कमरे के क्षतिग्रस्त होने के कारण काम कर रहे चारों मजदूर मलबे में दबकर घायल को गए। करीब 20 कुंतल का बॉयलर गैस भरी होने के चलते आसमान में उड़ने लगा। लगभग 30 सेकेंड में 500 से 600 मीटर हवा में सफर तय करने के बाद बॉलयर पांच मकानों को क्षतिग्रस्त करते हुए गांव निवासी हारून के मकान में आ गिरा। हादसे में हारुन समेत हसमत, इमरान, यूसुफ व सोहेल का मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे की चपेट में आकर गांव निवासी सदाकत की पुत्री मिसबाह(6) की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई।

ये लोग हुए घायल

मकानों के मलबे में दबकर शबनम(7 वर्ष), इकरा(8 वर्ष), शाबेज(6 वर्ष), शादिया(7 वर्ष), मंतशा(10 वर्ष), रिमशा(11वर्ष), अक्शा(9 वर्ष), सानिया(7 वर्ष), शहरीन(9 वर्ष), रजिया(7 वर्ष), फरजाना(30 वर्ष), सुहेल(7 वर्ष), मोहसीन(20 वर्ष), लाला युसूफ(40 वर्ष), शानु(19 वर्ष), वसीम(24 वर्ष), इमरान(48 वर्ष), हारून(40 वर्ष), आस मोहम्मद(11वर्ष), जावेद(14 वर्ष), महजबीं(9 वर्ष), गुलफशा(16 वर्ष), शहरीन(8 वर्ष), शाहनजर(7 वर्ष) व सानिया(5 वर्ष) घायल हुए हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां मजदूर वसीम की हालत गंभीर बनी हुई है।

घटनास्थल पर पहुंचे आला अधिकारी

घटना की जानकारी पर एडीएम जयनाथ यादव, एएसपी सर्वेश कुमार मिश्रा, एडीएम धौलाना अरविंद द्विवेदी, सीओ पिलखुवा डॉ तेजवीर सिंह, अभिहीत अधिकारी पवन कुमार, सीएफओ मनु शर्मा, थाना हाफिजपुर प्रभारी धर्मेंद्र सिंह व धौलाना प्रभारी निरीक्षक महावीर सिंह के अलावा भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। एडीएम जयनाथ यादव ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल घायलों को बेहतर उपचार दिलाया जा रहा है।