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संभल जा रहे सांसद चंद्रशेखर के काफिले को पुलिस ने हापुड़ में रोका, 15 मिनट तक होती रही बहस; वापस दिल्ली रवाना

नगीना सीट से सांसद चंद्रशेखर आजाद को संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने जाने से पुलिस ने रोक दिया। छिजारसी टोल प्लाजा पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया और करीब 15 मिनट तक बहस हुई। इसके बाद उन्हें वापस दिल्ली भेज दिया गया। चंद्रशेखर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गोलियों से इंसाफ हो रहा है।

By Kesav Tyagi Edited By: Sonu Suman Updated: Mon, 25 Nov 2024 03:36 PM (IST)
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संभल जा रहे सांसद चंद्रशेखर के काफिले को पुलिस ने हापुड़ में रोका।
केशव त्यागी, हापुड़। संभल हिंसा में मारे गए लोगों के स्वजन ने मिलने जा रहे नगीना लोकसभा क्षेत्र से सांसद चंद्रशेखर आजाद को जिला पुलिस ने छिजारसी टोल प्लाजा पर रोक दिया। करीब 15 मिनट तक अधिकारियों व सांसद के बीच जद्दोजहद होती रही। जिसके बाद वह गंतव्य के लिए रवाना हो गए। इसके बाद उन्हें नगर कोतवाली क्षेत्र के एनएच-09 स्थित जेएमएस कॉलेज के पास रोका गया। 

कॉलेज में बैठकर अधिकारियों ने काफी देर तक समझाया, जिसके बाद वह वापस दिल्ली रवाना हो गए। उन्होंने प्रदेश सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में गोलियों से इंसाफ हो रहा। जनता के बुलाने पर वह उनके पास जाएंगे। उनके हित में आवाज उठाएंगे। कोई उन्हें रोक नहीं सकता।

संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने जा रहे थे चंद्रशेखर

सांसद चंद्रशेखर अपने काफिले के साथ सोमवार दोपहर दिल्ली से संभल हिंसा में मारे गए लोगों के स्वजन ने मिलने के लिए जा रहे थे। थाना पिलखुवा क्षेत्र के एनएच-09 स्थित छिजारसी टोल प्लाजा पर एएसपी विनीत भटनागर व सीओ पिलखुवा अनीता सिंह की अगुवाई में भारी पुलिस बल ने सांसद के काफिले को रोक लिया। एएसपी विनीत भटनागर ने उन्हें समझाते हुए कि संभल के हालत अभी ठीक नहीं है। उन्होंने सांसद को वहां जाने से मना किया।

संभल हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई

इस पर सांसद चंद्रशेखर ने कहा कि आंदोलन में ऐसा क्या हो गया कि पुलिस को निर्दोष लोगों पर गोली चलाने की नौबत आ गई। चार लोगों की गोली लगने से मौत हो गई। हिंसा के आधार पर लोगों की हत्या की जा रही है। यह कोई छोटी बात नहीं है। हिंसा में पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, उनके लिए भी उन्हें दुख है। जनता अपने दुख-दर्द को लेकर उनके पास आती है। जनता की बात सुनकर वह उनके हित के लिए काम करते हैं। संभल हिंसा में किसी ने गलती को हो तो उसकी जांच कर कार्रवाई की जाए। ऐसे पुलिस का गोली चलाना जनता हित में नहीं है। 

पुलिस ने अपनी सफाई में बताया कि गोली नहीं चली

उधर, अपनी सफाई में पुलिस बता रही है कि गोली नहीं चली। अगर संभल में लोग सुरक्षित हैं तो वह कानून का पालन करेंगे। आप मुझे जाने नहीं दोगे, बंद कर दोगे, तो कर दीजिए। सीएए, किसान आंदोलन हो या फिर एससी एसटी एक्ट के विरोध में किया गया आंदोलन हो। सभी में गोलियां चलाई जा रही हैं। उत्तर प्रदेश में हिंसा के आधार पर गोलियों से न्याय किया जा रहा है। ये गुंडागर्दी है।

चंद्रशेखर यहां से काफिले के साथ आगे के लिए रवाना हो गए

इसके बाद सांसद यहां से काफिले के साथ आगे के लिए रवाना हो गए। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें नगर कोतवाली क्षेत्र के एनएच-09 स्थित जेएमएस कॉलेज के पास रोका। जिसके बाद उन्हें वार्ता के लिए अधिकारी कालेज के अंदर ले गए। यहां अधिकारियों ने सांसद को समझाकर संभल न जाने के लिए कहा। काफी देर तक समझाने के बाद सांसद ने अधिकारियों की बात मानी और वापस दिल्ली लौट गए। एएसपी विनीत भटनागर ने बताया कि वार्ता के बाद सांसद वापस दिल्ली लौट गए हैं।

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