अब ट्रेन में डॉक्टर बुलाया तो देने होंगे 100 रुपये
यदि आप ट्रेन में सफर कर रहे हैं और आपको चिकित्सक की आवश्यकता होगी तो अब उसके लिए आपको जेब ढीली करनी होगी। क्योंकि रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने नए आदेश जारी किए हैं। अब यात्रियों से 100 रुपये की फीस ली जाएगी। पहले यह शुल्क मात्र बीस रुपये था। जरनल से लेकर एसी फर्स्ट तक यह शुल्क लागू होगा।
जागरण संवाददाता, हापुड़ : यदि आप ट्रेन में सफर कर रहे हैं और आपको चिकित्सक की आवश्यकता होगी तो अब उसके लिए आपको जेब ढीली करनी होगी। क्योंकि रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने नए आदेश जारी किए हैं। अब यात्रियों से 100 रुपये की फीस ली जाएगी। पहले यह शुल्क मात्र बीस रुपये था। जरनल से लेकर एसी फर्स्ट तक यह शुल्क लागू होगा।
मुरादाबाद रेल मंडल के प्रबंधक एके ¨सघल ने बताया कि 100 रुपये की फीस में यात्रियों को नियमानुसार दवा और इंजेक्शन का शुल्क भी मरीज को देना होता है, लेकिन ट्रेनों का ठहराव दो या तीन मिनट का होने से अधिकांश मरीज इसका भुगतान नहीं करते हैं। भुगतान लेने से पहले ही ट्रेन चल देती है। इसलिए इसकी कभी भी वसूली नहीं होती है। गर्मी के दिनों में ट्रेनों में यात्रियों की तबियत बिगड़ने के करीब चार से पांच मामले प्रतिदिन आते हैं। कभी-कभी बीमार यात्रियों की संख्या बढ़ भी जाती है। सर्दी के मौसम में यह संख्या कम होती है। जरनल कोच, स्लीपर कोच, सेकेंड एसी, थर्ड एसी और फर्स्ट एसी में सभी तरह के यात्रियों के लिए यह फीस और दवा का शुल्क एक समान होगा। रेलवे कंट्रोल या हेल्पलाइन से सूचना मिलने के बाद संबंधित ट्रेन को स्टेशन पर रोककर रेलवे कर्मचारियों, अधिकारियों और चिकित्सकों की मदद यात्रियों की मदद की जाती है। रेलवे बोर्ड के आदेश मिल गए है, जल्द ही आदेशों का अनुपालन किया जाएगा।