CM योगी ने किया जिसका उद्घाटन, उस स्कूल पर ग्रामीणों का था कब्जा; 13 साल लड़कर शिक्षिका ने मुक्त कराई सरकारी जमीन
अगर हम आपसे पूछें कि क्या कोई शिक्षक अपने पैसे को स्कूल में मूलभूत सुविधाओं के लिए खर्च कर सकता है तो इस पर आपका क्या जवाब होगा। शायद नहीं लेकिन हापुड़ शहर के शिवा प्राथमिक पाठशाला की महिला टीचर डॉक्टर सुमन अग्रवाल ने ऐसा ही किया है। इन्होंने स्कूल की जमीन को कब्जामुक्त कराने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी। जिसमें उन्हें सफलता भी मिली।
ध्रुव शर्मा, हापुड़। मन में कुछ करने की इच्छा हो तो तमाम कठिनाइयों को पार करके इंसान अपनी मंजिल को प्राप्त कर लेता हैं। इस कहावत को नगर के शिवा प्राथमिक पाठशाला की शिक्षिका डॉक्टर सुमन अग्रवाल ने चरितार्थ कर दिखाया है। वर्षो की कड़ी मेहनत, स्वयं एवं साथियों के सहयोग से इस स्कूल में तमाम सुविधाएं प्रदान कर दी गई हैं।
नगर के शिवा प्राथमिक पाठशाला में वर्ष 2011 में डॉक्टर सुमन अग्रवाल ने बतौर इंचार्ज कार्यभार संभाला। वहां जाकर देखा तो स्कूल के नाम पर मात्र 50 गज जमीन के अंदर एक जर्जर कमरा था। इस कमरे का फर्श भी समतल से करीब चार फिट नीचे था।
वर्षा के दौरान जलभराव होना तथा छत्त से पानी टपकना एक आम बात थी। वहां मात्र आठ छात्रों का नामांकन था। इस बीच शिक्षिका ने स्कूल को संवारने का संकल्प लिया। सबसे पहले उन्होंने जमीन के दस्तावेज निकाले तो इस स्कूल के पास 600 गज जमीन थी, लेकिन मौके पर मात्र 50 गज जमीन थी।जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए उन्होंने अधिकारियों के यहां कागजी कार्रवाई शुरू की तो कब्जा करने वाले लोगों की आंखों में वह खटकने लगी। इस बीच उन्होंने वर्षो की लड़ाई के बाद 2020 में करीब 40 लाख रुपये कीमत की 100 गज जमीन को कब्जा मुक्त करा लिया। वहीं शेष जमीन को प्राप्त करने की जद्दोजहद जारी हैं।