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CM योगी ने किया जिसका उद्घाटन, उस स्कूल पर ग्रामीणों का था कब्जा; 13 साल लड़कर शिक्षिका ने मुक्त कराई सरकारी जमीन

अगर हम आपसे पूछें कि क्या कोई शिक्षक अपने पैसे को स्कूल में मूलभूत सुविधाओं के लिए खर्च कर सकता है तो इस पर आपका क्या जवाब होगा। शायद नहीं लेकिन हापुड़ शहर के शिवा प्राथमिक पाठशाला की महिला टीचर डॉक्टर सुमन अग्रवाल ने ऐसा ही किया है। इन्होंने स्कूल की जमीन को कब्जामुक्त कराने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी। जिसमें उन्हें सफलता भी मिली।

By Dhrub Sharma Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Wed, 04 Sep 2024 05:30 PM (IST)
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Teacher's Day: शिवा प्राथमिक पाठशाला में बच्चों के साथ शिक्षिका। जागरण फोटो
 ध्रुव शर्मा, हापुड़। मन में कुछ करने की इच्छा हो तो तमाम कठिनाइयों को पार करके इंसान अपनी मंजिल को प्राप्त कर लेता हैं। इस कहावत को नगर के शिवा प्राथमिक पाठशाला की शिक्षिका डॉक्टर सुमन अग्रवाल ने चरितार्थ कर दिखाया है। वर्षो की कड़ी मेहनत, स्वयं एवं साथियों के सहयोग से इस स्कूल में तमाम सुविधाएं प्रदान कर दी गई हैं।

नगर के शिवा प्राथमिक पाठशाला में वर्ष 2011 में डॉक्टर सुमन अग्रवाल ने बतौर इंचार्ज कार्यभार संभाला। वहां जाकर देखा तो स्कूल के नाम पर मात्र 50 गज जमीन के अंदर एक जर्जर कमरा था। इस कमरे का फर्श भी समतल से करीब चार फिट नीचे था।

वर्षा के दौरान जलभराव होना तथा छत्त से पानी टपकना एक आम बात थी। वहां मात्र आठ छात्रों का नामांकन था। इस बीच शिक्षिका ने स्कूल को संवारने का संकल्प लिया। सबसे पहले उन्होंने जमीन के दस्तावेज निकाले तो इस स्कूल के पास 600 गज जमीन थी, लेकिन मौके पर मात्र 50 गज जमीन थी।

जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए उन्होंने अधिकारियों के यहां कागजी कार्रवाई शुरू की तो कब्जा करने वाले लोगों की आंखों में वह खटकने लगी। इस बीच उन्होंने वर्षो की लड़ाई के बाद 2020 में करीब 40 लाख रुपये कीमत की 100 गज जमीन को कब्जा मुक्त करा लिया। वहीं शेष जमीन को प्राप्त करने की जद्दोजहद जारी हैं।

स्वनिधि से कराए कई कार्य

स्कूल के फर्श को जमीन के समांतर लाने के लिए अपनी स्वंय की निधि से करीब 42 हजार रुपये से मिट्टी भराव कराया। इसके बाद शासन को पत्राचार कर स्कूल का पुन निर्माण कराने के लिए 11 लाख 49 हजार रुपये की निधि प्राप्त कर ली, लेकिन कार्य अधिक होने के कारण यह निधि कम पड़ गई।

इसके बाद करीब चार लाख रुपये स्वयं के पास से लगाकर शौचालय, गेट, लोहे की सीढ़ी, रसोई आदि कार्य को पूर्ण करा दिया। इस स्कूल का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 26 अगस्त 2022 को ऑनलाइन लोकार्पण किया गया।

स्कूल में तमाम सुविधाएं

शिक्षिका ने स्वयं तथा अपने परिचितों के सहयोग से स्कूल में फ्रिज, स्मार्ट क्लास बनाने के लिए दो एलईडी, लैपटॉप, कंप्यूटर, इंवेटर बैट्ररी, वॉटर कूलर, बच्चों को बैठने के लिए फर्नीचर आदि की सुविधाओं से लैस कर दिया।

वर्तमान में इस विद्यालय में 99 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। स्कूल में छात्र छात्राओं को लगातार लाने के लिए प्रयास रजिस्टर बनाया गया हैं। बच्चों को स्कूल नहीं आने पर स्वयं अथवा शिक्षकों को भेजकर बुलाया जाता हैं।

कई पुरस्कार कर चुकी हैं प्राप्त

अपने बेहतर कार्यो के लिए राज्य स्तरीय आइसीटी स्टेट अवार्ड, टीचर एक्सीलेंस अवार्ड, उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान बेसिक विभाग, शिक्षक श्री सम्मान, विश्व हिंदी गौरव सम्मान कल्चर सेंटर टोक्यो सहित कई अन्य सम्मान को वह प्राप्त कर चुकी हैं। इतना ही नहीं इस स्कूल के कई छात्र-छात्राओं द्वारा अलग-अलग प्रतियोगिताओं में जिले से लेकर मंडल स्तर पर पुरस्कार जीते हैं।

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