Hapur Murder: मुनिराज त्यागी मर्डर केस में नया खुलासा, पुत्रवधू पर रखता था गंदी नजर, हरकतों से परेशान थी महिला
Hapur Murder Case हापुड़ में बेटे द्वारा पिता की हत्या करने के मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में पता चला कि मृतक अपनी पुत्रवधू पर गंदी नजर रखता था। पिता की हरकतों से बेटा परेशान था और पत्नी बार-बार उससे शिकायत करती थी। इसके तंग आकर उसने अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया था।
केशव त्यागी, हापुड़। Hapur Murder Case हापुड़ में जमीनी विवाद के चलते कोतवाली क्षेत्र के गांव कंदौली में बुधवार देर शाम एक युवक ने पीट-पीटकर अपने पिता की हत्या की गई थी। इस मामले में नया राजफाश हुआ है। मृतक काफी समय से पुत्रवधू पर गंदी नजर जमाए हुए था। इसकी शिकायत महिला ने अपने पति से की थी।
थाने में पुत्रवधू ने कई बार तहरीर दी, लेकिन ससुर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की हुई। पुत्रवधू द्वारा विरोध किए जाने पर मृतक ने जमीन तीनों पुत्रियों के नाम कर दी थी। 20 दिन पहले ही वह पत्नी के साथ घर आया था। जिसके बाद पिता ने दोबारा अपनी हरकतें शुरू कर दी। उधर, हत्यारोपित ने पिता पर जमीन को उसके नाम करने का दबाव बनाया था।
विवाद सुलझ जाता तो नहीं होता हत्याकांड
गांव कंदौली के 52 वर्षीय मुनिराज त्यागी की तीन पुत्री व एक पुत्र है। मुनीराज ने अपने हिस्से की कुछ जमीन को बेच दिया है। कुछ जमीन तीन पुत्रियों के नाम कर दी है। फिलहाल उनके नाम महज तीन बीघा जमीन बची थी।पुलिस पूछताछ में हत्यारोपित कपिल की पत्नी ने पुलिस को बताया कि ससुर मुनिराज काफी समय से उस पर गंदी नजर रखे हुए थे। इस बात से वह और उसके पति नाखुश थे। ससुर की हरकतों से परेशान होकर तीन साल पहले पति उसे लेकर किराए के मकान में रहने लगा।
इन वर्षों में कई बार उसने ससुर के खिलाफ थाने में तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस विवाद को सुलझा नहीं सकी। कुछ दिन पहले पति कपिल को पता चला कि ससुर मुनिराज अपने हिस्से की बची हुई जमीन को भी अपनी पुत्रियों के नाम करना चाहता है। 20 दिन पहले पति कपिल के साथ वह दोबारा घर पर आकर रहने लगी।
इसके बाद मुनिराज ने दोबारा उस पर गंदी नजर रखनी शुरू कर दी। जमीन के विवाद को उस पर गंदी नजर रखने से आहत होकर पति कपिल ने ससुर मुनिराज को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार डाला। अगर पुलिस मामले में प्रभावी कार्रवाई नहीं करती को हत्याकांड ही नहीं होता।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।