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Hapur News: स्वाइन फ्लू की चपेट में आए यूपी पुलिस के SI की मौत, नोट करें लक्षण और रहें अलर्ट

स्वाइन फ्लू की चपेट में आने के बाद SI राकेश मावी का लगातार चिकित्सक उपचार कर रहे थे। मगर छोटी दीपावली के पर्व पर शनिवार की रात करीब साढ़े नौ बजे दारोगा जिंदगी की जंग हार गए। जिसके बाद स्वजन में चीत्कार मच गया।

By Kesav TyagiEdited By: JP YadavUpdated: Tue, 25 Oct 2022 03:01 PM (IST)
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हापुड़ में तैनात दारोगा राकेश मावी की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई। फोटो प्रतीकात्मक
हापुड़, जागरण संवाददाता। छोटी दीपावली के पर्व पर हापुड़ जिले में तैनात एक दारोगा राकेश मावी (Rakesh Mavi sub Inspector) की स्वाइन फ्लू की चपेट में आकर अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। सात अक्टूबर से दारोगा का जिला मेरठ के एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू की पुष्टि की थी।

मुजफ्फरनगर में दी गई अंतिम विदाई

दारोगा की मौत के बाद स्वजन और पुलिस विभाग के अधिकारियों समेत अन्य पुलिसकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई। दारोगा के पार्थिव शव को उनके पैतृक निवास पर ले जाया गया। जहां जिला मुजफ्फरनगर पुलिस ने गार्ड आफ आनर के साथ दारोगा का अंतिम विदाई दी, जिसके बाद गमगीन माहौल में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

मुरादाबाद में हुई थी पहली पोस्टिंग

मिली जानकारी के अनुसार, जिला मुजफ्फरनगर के थाना खतौली के दुर्गापुरी के रहने वाले जयपाल सिंह और उनकी पत्नी धनपाली के दो पुत्रों में दारोगा राकेश मावी (38) सबसे छोटे थे। वर्ष 2015 में परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद राकेश मावी उत्तर प्रदेश पुलिस में बतौर दारोगा भर्ती हुए थे। प्रशिक्षण के बाद वर्ष 2017 में जिला मुरादाबाद में दारोगा के पद पर उनकी पहली पोस्टिंग हुई थी।

हापुड़ में तबादला लेकर आए थे दारोगा

बता दें कि वर्ष 2020 में उनका तबादला जिला हापुड़ में हुआ था। जिले में वह थाना पिलखुवा और कोतवाली हापुड़ नगर की चौकियों पर तैनात रहे। एक माह पहले उनका स्थानांतरण थाना कपूरपुर क्षेत्र में हुआ था। एक अक्टूबर को बुखार आने के कारण उनकी तबीयत खराब हो गई थी। कर्तव्यनिष्ठा के चलते वह चिकित्सक से उपचार कराकर निरंतर ड्यूटी करते रहे।

सात अक्टूबर को बिगड़ी थी हालत

सात अक्टूबर को अचानक दारोगा की तबीयत बिगड़ गई। जिसके चलते उन्हें जिला मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मगर उपचार के दौरान उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। चिकित्सकों ने दारोगा के स्वाइन फ्लू की चपेट में आने की पुष्टि की थी। 

गम में तब्दील हो गई त्योहार की खुशियां

दारोगा के बड़े भाई दिनेश मावी और बहन मंजू है। भाई और बहन की शादी हो चुकी है। राकेश मावी का भी वर्ष 2013 में बृजेश मावी के साथ हुआ था। तीन वर्ष पहले अनंत मावी के रूप मे दारोगा को पुत्र की प्राप्ति हुई थी। दारोगा की मौत के सदमे से पूरा परिवार आंसु बहा रहा है। त्योहार की खुशियां गम में बदल गई हैं। दिनेश मावी ने बताया कि मौत के बाद से भाई की पत्नी बृजेश मावी की रो-रोकर बुरा हाल है। रोते-रोते वह बेहोश भी हो गई थी। किसी तरह स्वजन ने उसे संभाला हुआ है।

गार्ड-आफ-आनर के साथ दी अंतिम विदाई

दिनेश मावी ने बताया कि भाई की मौत के बाद अस्पताल से उनके पार्थिव शव को जिला मुजफ्फरनगर पुलिस की मौजूदगी में घर ले जाया गया। शव के घर पहुंचते ही चींख पुकार मच गई। पुलिस ने गार्ड-आफ-आनर के साथ भाई के शव को श्रद्धांजलि अर्पित कर अंतिम विदाई दी। जिसके बाद गमगीन माहौल में शव का अंतिम संस्कर कर दिया गया।

स्वाइन फ्लू से मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

जिले में स्वाइन फ्लू से पीड़ित मरीजों की संख्या दो थी। दारोगा की मौत स्वाइन फ्लू से होने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। जिला सर्विलांस अधिकारी डाक्टर जेपी त्यागी ने बताया कि स्वाइन फ्लू से मौत की जानकारी नहीं है। क्योंकि स्वजन से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया है। जिले में एक मरीज का स्वास्थ्य पहले से बेहतर है।

क्या है स्वाइन फ्लू के लक्षण

  •  बुखार
  •  सिरदर्द
  •  ठंड लगना
  •  डायरिया
  •  खांसी
  •  छींकें आना
  •  गले में खराश
  •  थकान 
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