यूपी में धान किसानों की बढ़ी टेंशन, पहले जुर्माना और अब सरकारी योजनाओं का लाभ छिन जाने का खतरा
शाहाबाद में पराली जलाने पर प्रशासन सख्त है। एसडीएम अंकित तिवारी ने बताया कि सेटेलाइट से 38 मामले पकड़े गए हैं, जिनमें से 15 लोगों पर 80,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। बार-बार पराली जलाने पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं से वंचित किया जा सकता है। किसानों को जागरूक करने के लिए गोष्ठियां भी आयोजित की गईं।
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प्रतीकात्मक तस्वीर
संवाद सूत्र, शाहाबाद। बार-बार पराली जलाने पर कानूनी कार्यवाही के साथ सरकारी योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि नहीं मिलेगी और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ भी छिन जाएगा।
एसडीएम अंकित तिवारी ने बताया तहसील स्तरीय टीम ने सेटेलाइट के माध्यम से 38 घटनाएं पराली जलाने की पकड़ी गई हैं, जिसमें से 15 व्यक्तियों से 80,000 रुपये जुर्माना वसूल किया जा चुका है। शेष से वसूली की कार्यवाही की जा रही है। धान की फसल कटाई से पूर्व कंबाइन मशीन संचालकों व किसान यूनियन के साथ बैठक कर पराली न जलाए जाने संबंधी बैठक भी की गई थी।
ग्राम पंचायत स्तर पर भी किसानों को पराली न जलाने के संबंध में गोष्ठी के माध्यम से जागरूक किया गया था। उन्होंने कहा कि जिन किसानों की ओर से पराली जलाने की घटनाएं की गयी, पुनः घटना करने पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से वंचित किया जाएगा। किसान खेतों में फसल अपशिष्ट न जलाए, जिससे पर्यावरण प्रदूषण एवं जनस्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव को रोका जा सके।

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