Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

'ईओ साहब कहां हो...' जब DM ने अचानक की वीडियो कॉल, अधिकारियों के छूटे पसीने; मिल गई वॉर्निंग

हरदोई के जिलाधिकारी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अधिशासी अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी अधिशासी अधिकारी प्रतिदिन सुबह 10 बजे से 12 बजे तक जन सुनवाई के लिए कार्यालय में बैठेंगे। जन सुनवाई के दौरान शिकायतों को निर्धारित सॉफ्टवेयर पर फीड किया जाएगा और शिकायत क्रमांक को पर्ची पर भी लिखा जाएगा।

By ashish trivedi Edited By: Aysha Sheikh Updated: Tue, 01 Oct 2024 05:24 PM (IST)
Hero Image
डीएम ने अधिशाषी अधिकारियों को वीडियो कॉल पर लेकर ली जानकारी - प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, हरदोई। ईओ साहब कहां हो। गाड़ी में घूमते दिख रहे हो। बहुत मौज मस्ती हो गई। अब रोजाना सुबह कार्यालय में बैठक जनसुनवाई करनी होगी। अबकी बार ऐसा हुआ तो कार्रवाई करेंगे। पर्ची व्यवस्था और आनलाइन जुड़े विभागों में नगर निकाय और पंचायत राज को शामिल होने के बाद मंगलवार को अचानक जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह वीडीओ कांफ्रेंसिंग से सभी अधिशासी अधिकारियों से रूबरू हो गए।

अधिशासी अधिकारी मल्लावां मोबाइल से जुड़े तो व कार में दिख गए। पता चला कि शाहाबाद अधिशाषी अधिकारी अवकाश पर हैं तो उन्होंने अवकाश प्रार्थना पत्र की फोटो दिखाने के लिए कहा। डीएम ने सख्त निर्देश दिया कि बुधवार से अन्य विभागों की तरह अधिशाषी अधिकारी कार्यालयों में बैठकर जनसुनवाई करेंगे।

दफ्तर में बैठते नहीं अधिशाषी अधिकारी 

नगर निकायों की दशा किसी से छिपी नहीं है। अमूमन शिकायतें आती रहतीं कि अधिशाषी अधिकारी कार्यालयों में बैठते ही नहीं, जिससे मूलभूत सुविधाओं की शिकायतों का निस्तारण नहीं हो पाता है। जिलाधिकारी ने पर्ची और अधिकारियों के जनसुनवाई के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग से आनलाइन रहने की ब्लाक और तहसीलों में तो व्यवस्था शुरू ही कराई थी। 

अब निकायों में भी इसे लागू कर दिया है और जिला पंचायत राज अधिकारी तथा सभी अधिशाषी अधिकारी भी जोड़ दिए गए। जिलाधिकारी ने सभी अधिशाषी अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रतिदिन 10 बजे से 12 बजे तक जन सुनवाई के लिए अवश्य बैठें। कहा कि यदि किसी के पास एक से अधिक नगर निकाय हो तो सुनवाई के लिए दिन निर्धारित कर लिए जाएं।

अधिशाषी अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी कार्यालय से जुड़ेंगे। शिकायत को निर्धारित साफ्टवेयर पर फीड किया जाए तथा शिकायत क्रमांक को पर्ची पर भी लिखा जाएगा। यह पर्ची शिकायतकर्ता के पास शिकायत के प्रमाण के रूप में होगी। जिलाधिकारी ने वर्चुअल माध्यम से ही सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अमित मिश्रा ने सभी को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें