लगता है मेरी शादी नहीं हो पाएगी, कागजी चक्कर में फंसी रहनुमा ने कही ये बात; फोन कर मिलने की बात कह रहे एडीओ
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत जनपद में 2111 जोड़ों का विवाह करवाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। लक्ष्य के मुकाबले अब तक मात्र 32 प्रतिशत ही आवेदन आए हैं। सामूहिक विवाह योजना के कम आवेदन आने पर समाज कल्याण विभाग के निदेशक जिले के अधिकारियों से नाराजगी भी जता चुके हैं।
जागरण संवाददाता, हरदोई। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत जनपद में 2111 जोड़ों का विवाह करवाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। लक्ष्य के मुकाबले अब तक मात्र 32 प्रतिशत ही आवेदन आए हैं।
सामूहिक विवाह योजना के कम आवेदन आने पर समाज कल्याण विभाग के निदेशक जिले के अधिकारियों से नाराजगी भी जता चुके हैं। इसके बावजूद एडीओ लाभार्थियों को फोन कर उनसे आकर मिलने अन्यथा आवेदन निरस्त किए जाने को लेकर धमका भी रहे हैं।
यह है पूरा मामला
प्रकरण हरियावां विकास खंड की पेंग ग्राम पंचायत का है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का ऑनलाइन आवेदन करने वाली रहनुमा से दूरभाष पर अपने को एडीओ समाज कल्याण मुन्नूलाल बताते हुए उनसे ब्लाक आकर मिलने को कहा जाता है। अपने को एडीओ बताने वाला व्यक्ति कहता है कि उनके आवेदन पत्र में कई कमियां हैं वो उसे निरस्त कर रहे हैं।
रहनुमा ने बताई अपनी समस्या
रहनुमा ने बताया कि उसने आवेदन पत्र में सभी अभिलेख लगाए थे व उन्हें अपलोड भी करवा दिया था। पहले भी उसने डीएम के जनता मिलन में आवेदन पत्र दिया था, पर अब उसे लगता है उसका सीएम सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत विवाह नहीं हो पाएगा।
आवेदकों के पास आ रहे मैसेज
कई अन्य आवेदकों के पास भी संशोधन के मैसेज आ रहे हैं और उन्हें फोन कर विकास खंड कार्यालय बुलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं। विभागीय वेबसाइट पर अब तक 680 आवेदन प्राप्त हुए हैं। आवेदन पत्रों की जांच करवाई जा रही है, जांच में अगर कुछ कमियां पाई जाती हैं तो संशोधन का मैसेज भेजा जा रहा है।
आवेदन पत्र में संशोधन होना हो तो उसे करवा लें, लाभार्थी के पात्र होने पर आवेदन निरस्त नहीं किया जाएगा। पात्र पाए गए लाभार्थियों का सामूहिक विवाह योजना समारोह में विवाह करवाया जाएगा।
-देवेंद्र सिंह, प्रभारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी।
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