हरदोई की 93 ग्राम पंचायतों में 20 करोड़ से अधिक की धनराशि बिना किसी अभिलेख के खर्च की गई है। पंचायती राज विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी पंचायतों को नोटिस जारी किया है और 60 दिनों के भीतर इसका हिसाब मांगा है। ऐसा न करने पर संबंधित ग्राम पंचायतों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और खर्च की गई राशि की वसूली की जाएगी।
जागरण संवाददाता, हरदोई। 93 ग्राम पंचायतों में बिना अभिलेख खर्च हुई 20 करोड़ से अधिक की धनराशि का हिसाब अब पंचायती राज विभाग लेगा। इसको लेकर पंचायतों में नोटिस भेजकर 60 दिनों में इसका हिसाब लिया जाएगा। न देने में अक्षम ग्राम पंचायतों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी व खर्च हुई राशि की वसूली की जाएगी।
ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत के द्वारा किए गए कार्यों का लगातार वर्ष वार आडिट चलता है। इनका आडिट लेखा परीक्षा के द्वारा किया जाता है। सहकारी समितियां व पंचायत लेखा परीक्षा के द्वारा वर्ष 2020-21 के कार्यों का आडिट कराकर वार्षिक लेखा तैयार किया गया है।
ऑडिट में सामने आई अनियमितताएं
इस ऑडिट में जिले की 93 ग्राम पंचायतों में 20 करोड़ 13 लाख 47 हजार 284 रुपये की अनियमितता सामने आई है। इन आपत्तियों के निस्तारण में पंचायतें न तो हिसाब दे पा रहीं हैं और न ही खर्चों का कोई बिल बाउचर ही प्रस्तुत कर पा रहीं हैं।
लेखा परीक्षा की ओर से आला अधिकारियों को भेजी गई रिपोर्ट के बाद मुख्य विकास अधिकारी सौम्या गुरुरानी ने पंचायती राज विभाग को इन आपत्तियों को निर्धारित तिथियों तक निस्तारित करने को निर्देशित किया है।
इसके साथ ही जिला पंचायत राज अधिकारी विनय कुमार सिंह ने सभी संबंधित पंचायतों को नोटिस जारी कर आडिट के दौरान आईं आपत्तियों को भेजा जा रहा है। 60 दिनों में इन आपत्तियों को निस्तारित करना होगा। निस्तारण न हो पाने की स्थिति में खर्च धनराशि की वसूली व संबंधित जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।
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