जागरण संवाददाता, हरदोई। पारंपरिक कारीगरों को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण, टूलकिट एवं वित्त उपलब्ध करवाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई पीएम विश्वकर्मा योजना अपने उद्देश्यों को नहीं पूर्ण कर पा रही है।
गांव की सरकार उनकी राह में बाधा बनी हुई है, 300 से अधिक ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान एक वर्ष से चार हजार से अधिक आवेदन पत्रों का सत्यापन लटकाए हुए हैं। हालांकि अब ऐसे लापरवाह प्रधानों को चिन्हित कर उन्हें चेतावनी जारी की गई है।
जिला पंचायत राज अधिकारी ने दिया दो दिन का समय
पीएम विश्वकर्मा की राह में बाधा बने ग्राम प्रधानों को सख्त लहजे में चेतावनी जारी करते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी ने लंबित आवेदनों को निस्तारित करने के लिए दो दिन का समय दिया है। जिला पंचायत राज अधिकारी विनय कुमार सिंह ने बताया ग्राम प्रधानों द्वारा आवेदन पत्रों का आनलाइन सत्यापन न करने से लंबित आवेदन पत्रों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है।
जारी किए जाएंगे नोटिस
जनप्रतिनिधियों की लापरवाही से हजारों की संख्या में हुनरमंद कारीगर स्वरोजगार नहीं शुरू कर पा रहे हैं। बताया अगर प्रधानों ने दो दिन में लंबित विश्वकर्मा योजना के आवेदनों का सत्यापन नहीं किया तो जिम्मेदार ग्राम प्रधानों के विरुद्ध सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में रुचि न लेने, लाभार्थियों को लाभान्वित किए जाने की राह में बाधा बनने के आरोप में नोटिस जारी किए जाएंगे। इस पर भी प्रगति नहीं हुई तो पंचायती राज अधिनियम के अंतर्गत प्रधानों को पदच्युत कर समिति के माध्यम से विकास कार्य संचालित किए जाएंगे।