30 साल पहले मां और भाइयों ने पिता को मारकर आंगन में दफनाया, डीएम के आदेश पर 15 फीट खुदाई में मिला कंकाल
हाथरस में एक युवक ने आरोप लगाया कि उसके परिवार के सदस्यों ने 30 साल पहले उसके पिता की हत्या कर दी और शव को घर में दफना दिया। पुलिस ने युवक की शिकायत पर खुदाई कराई और नरकंकाल बरामद हुए। मामले की जांच जारी है। पुलिस ने डीएनए जांच के लिए कंकाल भेजा है। युवक का कहना है कि उसके भाइयों और मां ने मिलकर हत्या की थी।
जागरण संवाददाता, हाथरस। जिलाधिकारी के आदेश पर गुरुवार को एक मकान के अंदर खुदाई शुरू कराई गई। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। एक युवक ने आरोप लगाया है कि उसके दो भाइयों और मां ने कुछ लोगों के साथ मिलकर 30 साल पहले उसके पिता की हत्या कर दी थी। इसी घर में नर कंकाल दबा है।
युवक का कहना है कि बचपन में उसके सामने यह हत्याकांड हुआ था। उस समय इन लोगों ने उसे डरा कर उसका मुंह बंद करा दिया था। धीरे-धीरे वह वारदात को भूल गया, लेकिन एक दिन नशे में उसके भाई ने पुरानी बात याद दिला दी।
इसके बाद वह अफसरों के पास पहुंचा और शिकायत की। देर शाम खुदाई के दौरान कंकाल बरामद हुए है। पुलिस ने जांच के लिए नर कंकाल को डीएनए के लिए भेजा है।
भाई ने दी धमकी तो खुला रहस्य
मुरसान के गांव गिंलोदपुर निवासी पंजाबी सिंह ने पिछले दिनों जिलाधिकारी को एक प्रार्थना पत्र दिया। इसमें उसने बताया कि एक जुलाई, 2024 को उसका रुपये के लेन-देन को लेकर अपने भाइयों प्रदीप कुमार और मुकेश कुमार उर्फ खन्ना से विवाद हो गया।
इस पर दोनों भाइयों ने उससे कहा कि तुझे भी हम पिता बुद्ध सिंह के पास पहुंचा देंगे। जैसा हमने आज से 30 साल पहले किया था। इस धमकी के बाद पंजाबी सिंह को पूरी रात नींद नहीं आई।
पिता को गला दबाकर जान से मारा
पंजाबी सिंह का कहना है कि अब से 30 साल पहले वह नौ साल का था। सर्दियों के दिन थे। उसकी मां उर्मिला देवी के पास गांव के ही राजवीर का आना-जाना था। राजवीर गांव का अमीर आदमी था। इस पर उसके पिता बुद्ध सिंह ऐतराज करते थे।
इसको लेकर माता-पिता में कलह होती थी। उसके दोनों भाई प्रदीप और मुकेश मां उर्मिला का पक्ष लेते थे। वह उस समय छोटा था और अपने पिता के साथ सोता था। घटना के दिन मां उर्मिला और राजवीर ने पंजाबी सिंह को उसके दोनों भाइयों के साथ सामने वाले मकान में भेज दिया था। रात में जब पंजाबी सिंह को नींद नहीं आई, तो वह फिर अपने पिता के पास चला गया। जब वह उस मकान में गया तो देखा पिता बुद्ध सिंह को उसकी मां उर्मिला, राजवीर, भाई प्रदीप और मुकेश ने मुंह में कपड़ा ठूंस कर गला दबाकर जान से मार दिया।
इसके बाद शव छिपाने के लिए गड्ढा खोदकर उसमें दफना दिया। फिर उसे बुरी तरह से डरा दिया कि इस बारे में कुछ मत कहना, वरना तुझे भी तेरे बाप के पास पहुंचा देंगे। पंजाबी सिंह ने अपने प्रार्थना पत्र में कहा कि वह उस समय बच्चा था। धीरे-धीरे यह बात भूल गया। वह अभी इस बात को बता सकता है कि उसके पिता को मारकर इन लोगों ने किस जगह दफनाया था। उसके मकान में बताए गए स्थान की खुदाई कराई जाए तो उसके पिता का नरकंकाल आज भी जरूर निकलेगा। गुरुवार को पुलिस फोर्स के साथ दोपहर में पंजाबी सिंह के मकान पहुंची। यहां खुदाई शुरू कराई।
पंजाबी सिंह का दावा है कि उनके पिता का कंकाल इसी स्थान पर मिलेगा। खुदाई कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि करीब 15 फीट तक खुदाई करने के बाद कुछ नरकंकाल निकले हैं। अभी और खुदाई की जा रही है।
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हिमांशु माथुर, सीओ सादाबाद