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मैनपुरी में मिली Bhole Baba की लोकेशन, 3 नंबरों पर हुई बात; फिर STF पहुंची आश्रम- दो गाड़ियों को ले गई अज्ञात स्थान

200 से अधिक सेवादाराें के मोबाइल नंबर पुलिस की रडार पर हैं। भगदड़ और अफरातरफी के करीब एक घंटे बाद सेवादारों ने बाबा को फोन पर घटना की जानकारी दी। यह भी समाने आया है कि बाबा के फोन की लोकेशन दोपहर तीन बजे से 435 तक मैनपुरी के आश्रम में मिली।इस दौरान कुल तीन नंबरों से बाबा का काल की बात सामने आई है।

By himanshu gupta Edited By: Aysha Sheikh Published: Fri, 05 Jul 2024 08:44 AM (IST)Updated: Fri, 05 Jul 2024 08:44 AM (IST)
सूट-बूट में 'भोले बाबा' और बगल में दूसरी कुर्सी पर उनकी पत्नी।- फाइल फोटो

हिमांशु गुप्ता, हाथरस। सत्संग हादसे में 121 लोगों की मौत के मामले में साकार विश्व हरि के सेवादार पुलिस के टारगेट पर हैं। छह लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है वहीं अन्य की तलाश जारी है। पुलिस और एसओजी टीम मिलकर दबिश दे रही हैं। 200 से अधिक सेवादाराें के मोबाइल नंबर पुलिस की रडार पर हैं। बाबा और उनकी करीबी लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।

साकार विश्व हरि के सत्संग में हादसे के पीछे अब तक पुलिस-प्रशासन और एसआइटी की प्रारंभिक जांच में सेवादारों और आयोजकों की लापरवाही सामने आई है। मुकदमे में भी इसका जिक्र किया गया है। इस साथ ही एसडीएम की रिपोर्ट में भी बाबा के निजी सुरक्षा कर्मी और सेवादारों की लापरवाही के कारण हादसे की बात कही गई है। जांच में सामने आया है कि सत्संग के पांडाल में दो लाख से अधिक की भीड़ थी।

श्री नारायण साकार हरि (भोले बाबा) लगभग दोपहर 12.30 बजे पांडाल में पहुंचे तथा एक घंटे तक कार्यक्रम चला। लगभग 1.40 बजे बाबा का काफिला पांडाल से निकलकर राष्ट्रीय राजमार्ग-91 (जीटी रोड) पर एटा की ओर जाने के लिए बढ़ रहा था। जिस रास्ते से भोले बाबा निकल रहे थे उस रास्ते की और सत्संगी महिला पुरुष दर्शन व चरण स्पर्श एवं आशीर्वाद के लिए चरण रज को माथे पर लगाने लगे।

जीटी रोड के के किनारे एवं बीच में बने डिवाइडर पर काफी अधिक संख्या में दर्शन के लिए पहले से लोग खड़े थे। यह लोग डिवाइडर से कूद-कूद कर बाबा के दर्शनार्थ वाहन की और दौड़ने लगे। बाबा के साथ उनके निजी सुरक्षाकर्मी एवं सेवादारों द्वारा बाबा के पास जाने से रोकने को स्वयं ही धक्कामुक्की शुरू कर दी गई। जिससे कुछ लोग नीचे गिर गए। तब भी भीड़ नहीं मानी और अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया।

राहत की सांस लेने के कार्यक्रम स्थल के सामने सड़क की दूसरी ओर खुले खेत की तरफ लोग भागे। जहां सड़क से खेत की ओर उतरने के दौरान अधिकांश लोग फिसल कर गिर गए। इसके बाद पुनः उठ नहीं सके। भीड़ उनके ऊपर से होकर इधर-उधर भागने लगी। जिसमें कई महिलाएं, पुरुष व बच्चे घायल हो गए। इतना ही नहीं इस आपात स्थिति मे सेवादार मैदान छोड़कर भाग गए और भीड़ में बेबस लोग मदद की गुहार लगाते रहे।

इस मामले में पुलिस ने मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर समेत अन्य पर मुकदमा दर्ज किया है। मैनपुरी, हाथरस और फिरोजाबाद में दबिश देकर छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य की तलाश अभी जारी है। सर्विलांस और अन्य जरियों से पुलिस आरोपितों तक पहुुंचने की कोशिश कर रही है। 200 से अधिक सेवादारों के नंबर पुलिस की रडार पर हैं। ऐसे में आरोपितों तक पहुंचने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है।

एसओजी ने कई राज्यों में दी दबिश

बाबा के सेवादारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस और एसओजी टीम ने कई जगहों पर दबिश दी है। टीम में अलीगढ़, मैनपुरी, फिरोजाबाद के साथ-साथ उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा के शहराें में भी दबिश दी है। हालांकि अभी छह लोग हाथ लगे हैं। अन्य की तलाश जारी है।

सेवादारों ने बाबा को दी पल-पल की जानकारी

दो जुलाई को सिकंदराराऊ में सत्संग की आरती के बाद करीब डेढ़ बजे बाबा साकार विश्व हरि का काफिला निकला। तेज गति से काफिले में शामिल कारें मैनपुरी की तरफ रवाना हुईं। बाबा को अहसास भी नहीं था कि उसके निकलने के बाद घटनास्थल पर क्या हो गया है। आस्था में अंधे एक-दो नहीं बल्कि 121 लोग अपनी जान गंवा चुके है। भगदड़ और अफरातरफी के करीब एक घंटे बाद सेवादारों ने बाबा को फोन पर घटना की जानकारी दी।

तब तक बाबा का काफिला लगभग मैनपुरी पहुंच चुका था। बाबा को सेवादारों ने चार काल की। इसकी जानकारी पुलिस जांच में सामने आई है। बाबा को पहला काल दो जुलाई को दोपहर 2:48 मिनट पर मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर का फोन से की गई। बाबा और मधुकर के बीच 2 मिनट 17 सेकंड तक बात हुई थी। मधुकर ही इस हादसे में नामजद किया गया गया है। उस पर एक लाख का इनाम भी घोषित हो चुका है।

बाबा के फोन की लोकेशन

यह भी समाने आया है कि बाबा के फोन की लोकेशन दोपहर तीन बजे से 4:35 तक मैनपुरी के आश्रम में मिली।इस दौरान कुल तीन नंबरों से बाबा का काल की बात सामने आई है। इसमें पहला नंबर महेश चंद्र का है वह आयोजन समिति में शामिल है। खेड़िया गांव का रहने वाला है। खेतीबाड़ी करता है।

दूसरा नंबर भी सेवादार संजू यादव के नाम से है। वह फुलरई का निवासी है और प्रधानी की तैयारी कर रहा है। उससे केवल 40 सेकंड बात हुई। तीसरा नंबर रंजना ने नाम पर दर्ज है जाे कि मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर की पत्नी है। उसके नंबर पर करीब 11 मिनट 33 सेकंड की हुई है। स्थानीय पुलिस फोन काल की बात से इंकार कर रही है।

बिछवां के रामकुटीर आश्रम से दो गाड़ियां साथ ले गई एसटीएफ

सीओ लाइन चंद्रकेश सिंह के साथ गुरुवार मध्य रात्रि एसटीएफ के अधिकारी बिछवां स्थित राम कुटीर आश्रम पहुंचे। भोले बाबा के इसी आश्रम में रुके होने की चर्चाएं हैं। अधिकारी करीब एक घंटे तक आश्रम के अंदर रहे। उसके बाद आश्रम में खड़ी दो गाड़ियों को लेकर अपने साथ अज्ञात स्थान के लिए चले गए। पुलिस अभी मामले में कोई जानकारी नहीं दे रही है।

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