Hathras Stampede: मृतकों की संख्या हुई 121, मरने वालों में अधिकतर महिलाएं; CM योगी ने किया मुआवजे का एलान
Hathras Stampede उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को बड़ी घटना घटित हुई। भोले बाबा के सत्संग में अचानक से भगदड़ मच गई जिससे वहां सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोग घायल हो गए। जबकि मृतकों की संख्या 130 के पार पहुंच चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घायलों और मृतकों के लिए मुआवजे का एलान किया है साथ ही जांच के लिए एक कमेटी भी बना दी है।
Hathras Stampede: जागरण संवाददाता, हाथरस/एटा। जीटी रोड के किनारे डेढ़ सौ बीघा क्षेत्रफल में बनाए गए विशालकाय पांडाल में साकार विश्व हरि भोले बाबा के सत्संग में मंगलवार को अमंगल हो गया। सत्संग के बाद भाेले बाबा के काफिले को निकलने के लिए श्रद्धालुओं को रोका गया, लेकिन आयोजक भीड़ को नहीं संभाल पाए। बाबा का काफिला हाईवे पर पहुंचते ही बेकाबू हुई भीड़ में भगदड़ मच गई। भगदड़ में हाईवे के दूसरे किनारे पर खेत में एक के ऊपर एक गिरे श्रद्धालुओं में से 121 की मौत हो गई, जबकि दो दर्जन से ज्यादा घायल हुए हैं।
हादसे के बाद अफरा-तफरी
हादसे के बाद घंटों तक चीत्कार मचा रहा। एक घंटे बाद प्रशासनिक अमला पहुंचा और राहत कार्य शुरू कराया गया। इतनी भीड़ जुटने के बाद भी प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। मूल रूप से कासगंज के पटियाली के रहने वाले साकार विश्व हरि भोले बाबा का माह के पहले मंगलवार को होने वाले मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम सिकंदराराऊ की समिति को सौंपा गया था।कस्बे से छह किमी दूर जीटी रोड के किनारे फुलरई गांव में डेढ़ सौ बीघा में पिछले 15 दिनों से तैयारियां चल रही थीं। इसके लिए प्रदेश के कई जिलों के अलावा राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड से श्रद्धालु दो दिन पहले ही पहुंचने लगे।
सुबह ही भर गया था पंडाल
मंगलवार सुबह आठ बजे से ही पांडाल भर चुका था। दोपहर 12 बजे भोले बाबा अपनी पत्नी के साथ पहुंचे और सत्संग शुरू हुआ। दोपहर एक बजे सत्संग समाप्त हुआ और इसके बाद आरती शुरू हो गई। डेढ़ बजे बाबा का काफिला आयोजन स्थल से मैनपुरी के लिए निकला। इसके लिए मंच के बगल से हाईवे तक का रास्ता बनाया गया था।
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आयोजकों ने प्रवेश द्वार के पास भीड़ को रोक दिया। इससे पहले हजारों की संख्या में श्रद्धालु हाईवे के दूसरी तरफ दर्शन के लिए खड़े हो गए थे। जैसे ही बाबा का काफिला हाईवे पर प्रवेश द्वार के सामने पहुंचा, वैसे ही भीड़ दर्शन को दौड़ी। इसके बाद हालात बेकाबू हो गए। बाबा का काफिला आगे बढ़ा और हाईवे किनारे खड़े लोगों पर सामने से आए श्रद्धालुओं का दबाव बढ़ा। इससे सैकड़ों श्रद्धालु गिरते हुए खेतों की तरफ भागे। इसके बाद एक के ऊपर एक लोग गिरते गए और चीख-पुकार मच गई।