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यूपी की तीन ग्राम पंचायतों में बने कई राज्यों के 2,900 फर्जी जन्म प्रमाणपत्र, डीएम ने दिए जांच के आदेश

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। हाथरस की तीन ग्राम पंचायतों से कई राज्यों के 2900 फर्जी जन्मप्रमाण पत्र जारी हो गए। यह सभी जन्मप्रमाण पत्र ग्राम विकास अधिकारी की यूजर आइडी से बनाए गए। इस मामले में डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने गठित की पांच सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Thu, 15 Aug 2024 08:00 AM (IST)
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यूपी की तीन ग्राम पंचायतों में बने कई राज्यों के 2,900 फर्जी जन्म प्रमाणपत्र

जागरण संवाददाता, हाथरस। ग्राम पंचायतों में बनने वाले जन्म प्रमाणपत्रों में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। जिले की तीन ग्राम पंचायतों से 2,900 फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाए गए हैं। यह उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि हरियाणा, बिहार, झारखंड, कर्नाटक, मध्यप्रदेश के लोगों ने बनवाए हैं। एक जनवरी 2022 से अब तक प्रमाणपत्र जारी किए गए। ग्राम पंचायत सचिव की यूजर आइडी से यह फर्जीवाड़ा हुआ है।

पंचायत सचिव की आइडी चोरी अथवा हैक कर यह प्रमाणपत्र जारी करने की बात सामने आ रही है। इस मामले में डीएम आशीष कुमार के निर्देश पर पांच सदस्सीय जांच कमेटी बना दी गई है। पंचायत सचिव ने हसायन कोतवाली में तहरीर भी दे दी है। सभी ग्राम पंचायतों का डेटा चैक किया जा रहा है। फर्जी प्रमाण पत्रों की संख्या बढ़ सकती है।

जिले में कुल 462 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें से कुछ पंचायतें पृथक होकर अलग बनी हैं। ऐसे 31 पंचायतों के नए आइडी और पासवर्ड बने हैं। इनमें ही सिचावली सानी, बीजलपुर और रहपुरा भी शामिल हैं।

ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा

फर्जीवाड़े का खुलासा हसायन ब्लाक की ग्राम पंचायत सिचावली सानी से हुआ है। इस गांव की आबादी करीब 1100 है। यहां के सचिव ईश्वरचंद को सीआरएस (नागरिक पंजीकरण प्रणाली) आईडी तीन अगस्त को जारी हुई।

उन्होंने इसे खोलकर देखा तो पता लगा कि इस आईडी से 2022 में 984 और एक जनवरी 2023 से अब तक 814 जन्मप्रमाण पत्र जारी किए गए। इस जानकारी के बाद तो विभाग में खलबली मच गई।

उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी सुबोध जोशी को सूचना दी। साथ ही आईडी के संबंध में स्वास्थ्य विभाग में भी शिकायत दी। डीएम ने प्रकरण की जांच के आदेश दिए। पंचायत राज विभाग ने जिले की सभी पंचायतों का डाटा खंगालना शुरू किया। इस पर सादाबाद के ग्राम पंचायत बीजलपुर में 700 और रहपुरा में करीब 400 फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी होना पाया गया।

आईडी के हैक होने की आशंका

प्रमाण पत्र जारी करने वाली आईडी चोरी या हैक होने की आशंका जताई जा रही है। पंचायत सचिव के पास ओटीपी पहुंच रहे थे। उसमें आइडी onlinecybercafess@gmail.com दर्ज है। साइबर जांच में इसका खुलासा हो सकेगा। डीएम के निर्देश पर सीएमओ मंजीत सिंह ने पांच सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। इसमें डिप्टी सीएमओ आरके अग्निहोत्री नोडल हैं।

डीपीआरओ सुबोध जोशी, एमओआइसी हसायन डा. अंकुश सिंह, सामूदायिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ डा. इकबाल खान, सहायक शोध अधिकारी विक्रांत किशोर सदस्य हैं। यह कमेटी 15 दिन में जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपेगी।

यूपी और अन्य प्रदेशों के बने प्रमाणपत्र

मेरठ, एटा, मैनपुरी, बलिया, नोएडा, इटावा, कानपुर, अंबेडकरनगर, मिर्जापुर, हरदोई, मुरादाबाद, चंदौली, प्रतापगढ़, बाराबंकी, सोनभद्र, बलरामपुर, महाराजगंज अंबेडकरनगर, लखनऊ, गोंडा, औरेया, मऊ, जौनपुर, श्राबस्ती, रायबरेली, कन्नौज, फतेहपुर, संभल, सहारनपुर, आजमगढ़, सीतापुर, बिजनौर हमीरपुर, प्रयागराज, बुलंदशहर, कौशाम्बी, अलीगढ़, संत रविदासनगर, कुशीनगर, फिरोजाबाद, गाजीपुर, संतकबीर नगर, गोरखपुर समेत 50 से अधिक जनपद के प्रमाणपत्र बने हैं।

इसके साथ-साथ बिहार, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक और मध्य प्रदेश के 50 से अधिक जन्म प्रमाणपत्र हाथरस जनपद के पंचायतों से बने हैं।

सीएमओ मंजीत सिंह ने बताया-

ग्राम पंचायत सिंचयाली सानी समेत 31 आइडी बनने के लिए शासन को भेजी गई थी। आईडी कहां से लीक हुई है, इसकी जानकारी की जा रही है। सभी सचिव को बुलाकर जानकारी की जाएगी। इस प्रकरण में जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बना दी गई है।

हाथरस जिलाधिकारी आशीष कुमार ने बताया-

ग्राम पंचायत सिचावली सानी से फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी होने की मामला सामने आया है। इसके बाद सभी ग्राम पंचायतों का डाटा खंगाला जा रहा है। यह गड़बड़ी कैसे हुई है, इसकी जांच के लिए कमेटी बना दी गई है। - आशीष कुमार, जिलाधिकारी हाथरस

तीन अगस्त को सीआरएम पोर्टल की आइडी मिली तो उसे लागिन करके देखा। इस आईडी से पहले से ही वर्ष 2022 में 984 और वर्ष 2023 में 814 प्रमाणपत्र जारी हो चुके थ। इस आईडी से बिहार, कर्नाटक, नोएडा सहित कई जगह के प्रमाणपत्र जारी किए गए। इन सभी का जन्म स्थान सिंचावली मानी ग्राम पंचायत दर्शाया गया। इस बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। हसायन कोतवाली में तहरीर भी दे दी है। - ईश्वरचंद्र, ग्राम पंचायत सचिव, सिंचावली सानी।

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