Hathras Case News: मृत युवती के भाई से CBI टीम ने की एकांत में पूछताछ, देर शाम छोड़ा
हाथरस केस की जांच करने आई सीबीआइ टीम अपने पूरे एक्शन में दिखी। जांच अधिकारी डीएसपी सीमा पाहूजा के साथ 15 सदस्यीय दल ने सुबह साढ़े ग्यारह बजे ही मृतका के गांव बूलगढ़ी में डेरा जमा लिया। रास्ते में ही करीब ढाई घंटे तक घटनास्थल का निरीक्षण किया।
हाथरस, जेएनएन। हाथरस के बूलगढ़ी मामले की जांच करने आई सीबीआइ टीम मंगलवार को अपने पूरे एक्शन में दिखी। जांच अधिकारी डीएसपी सीमा पाहूजा के साथ 15 सदस्यीय दल ने सुबह साढ़े ग्यारह बजे ही मृतका के गांव बूलगढ़ी में डेरा जमा लिया। रास्ते में ही करीब ढाई घंटे तक घटनास्थल का निरीक्षण किया। घटनाक्रम समझा। पीड़िता के भाई और फिर मां को बुलाकर जुबानी घटना के बारे में बारीकी से जाना।
घटनास्थल पर ढाई घंटे गहराई से जांच पड़ताल के बाद सीबीआइ टीम सीधे चितास्थल पहुंची। 45 मिनट से भी ज्यादा यहां छानबीन कर मिट्टी और राख के नमूने लिए। मृतका के भाई व घर पर पिता और परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ की। टीम मृतका के बड़े भाई को यह कहकर साथ ले गई कि एकांत में कुछ बातें करनी हैं। लंबी पूछताछ के बाद शाम को साढ़े सात बजे उसे छोड़ गया।
घटनास्थल की पड़ताल : टीम सुबह साढ़े 11 बजे गांव में पहुंची। गांव से 300 मीटर पहले जिस खेत में यह घटना हुई थी वहीं सीबीआइ की गाड़ियों का काफिला रुक गया। मीडिया और अन्य को दूर ही रोक दिया गया। खेत में जाकर एक-एक बात की गहनता से पड़ताल की। सीएफएसएल टीम ने भी घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। यहां ढाई घंटे से ज्यादा छानबीन की।
अंत्येष्टिस्थल पर भी छानबीन : सीबीआइ टीम करीब दो बजकर 30 मिनट पर बूलगढ़ी गांव से महज एक किलोमीटर दूर अंत्येष्टिस्थल भी गई, जहां टीम के सदस्यों ने बारीकी से छानबीन की। यह जानने की भी कोशिश की कि आखिर कौन सी ऐसी परिस्थिति थी, जिसके चलते प्रशासन को रात में शव का अंतिम संस्कार करना पड़ा था।
पीडि़ता की मां की हालत बिगड़ी : सीबीआइ घटनास्थल पर जांच पड़ताल कर रही थी, इसी बीच घर पर उसकी मां की हालत बिगड़ गई। सीएमओ ने उन्हेंं जिला अस्पताल भेजवाया। वहां ब्लड प्रेशर थोड़ा बढ़ा होने पर दवा देकर घर भेज दिया।