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Hathras Stampede: जिन पुलिसकर्मियों के कंधाें पर थी भीड़ की सुरक्षा की जिम्मेदारी, वो बाबा के सत्संग में लीन दिखे

Hathras Stampede Update दो लाख अनुयायियों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए करीब पांच दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी लगाए गए थे। उनमें से कुछ पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा व्यवस्था को छोड़कर बाबा के प्रवचन में अपने हाथ जोड़ लिए। कुछ इस तरह की तस्वीरें वायरल होने के बाद पुलिस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। सुरक्षा में कथित भाेले बाबा की खुद की सेना भी रहती है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 09 Jul 2024 11:15 AM (IST)
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Hathras Case: दो जुलाई को सिकंदराराऊ के सत्संग में हाथ ऊपर किए आरती करता उपनिरीक्षक l सौ. से इंटरनेट मीडिया

जागरण संवाददाता, हाथरस। Hathras Case / Hathras Stampede Update सूरजपाल (साकार विश्व हरि) के सत्संग के बाद हादसे की गूंज देश-दुनिया में है। हर कोई इसके जिम्मेदारों पर कार्रवाई की बात कर रहा है। पुलिस-प्रशासन की व्यवस्थाएं सवालों के घेरे में है।

ऐसे में सत्संग में पहुंचे पुलिसकर्मियों के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। एक उपनिरीक्षिक और होमगार्ड सुरक्षा की जिम्मेदारी को छोड़ सत्संग में लीन दिख रहे हैं। भीड़ की अपेक्षा पहले से ही काफी कम पुलिसकर्मी पहुंचे थे, जिनमें से कई लोग सुरक्षा व्यवस्था ही भूल गए।

काफिला निकलने के बाद मची थी भगदड़

दो जुलाई को सत्संग के बाद सूरजपाल (साकार विश्व हरि) का काफिला निकलने के दौरान चरण रज के लिए अनुयाइयों में भगदड़ मच गई थी। इस हादसे मे 121 लोगों की मृत्यु हो गई। यहां पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था पर पहले दिन से ही सवाल खड़े हो रहे हैं। अगर 80 हजार की भी अनुमति ली गई थी तो सुरक्षा में महज 64 पुलिसकर्मी ही क्यों भेजे गए? इन सबके बीच एक फोटो और वीडियो ने व्यवस्थाओं को सवालों के घेरे में ला दिया है।

सुरक्षा व्यवस्था छोड़कर सत्संग में लीन दिखे पुलिसकर्मी

महज 64 पुलिसकर्मियों में से कई पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था को छोड़कर सत्संग में लीन दिखे। भीड़ में खड़ा एक उपनिरीक्षक सत्संग के दौरान हाथ ऊपर उठाए आराधना करता दिखाई दे रहा है, जबकि एक होमगार्ड हाथ जोड़े खड़ा है।

सत्संग में हाथ जोड़कर खड़े होमगार्ड, जिनकी ड्यूटी सत्संग में आए अनुयायियों की सुरक्षा के लिए लगी थी। ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

सेना के अधिकारी जैसी है सुरक्षा व्यवस्था

  • साकार विश्व हरि की सुरक्षा सेना के अधिकारी जैसी है।
  • सेवा में लगे सुरक्षाकर्मियों के ड्रेस के अनुसार अलग-अलग नाम हैं।
  • गुलाबी ड्रेस वाले सेवादारों को नारायणी सेना के नाम से जाना जाता है। यह कार्यक्रम स्थल पर व्यवस्था के साथ-साथ भीड़ को रोकने के लिए लगाए जाते हैं।
  • काली ड्रेस वालों को गरुण योद्धा कहा जाता है। सिर पर कैप के साथ भूरे रंग की ड्रेस वाले सेवादार हरि वाहक कहे जाते हैं।
  • सुरक्षा में तैनात इन सेवादारों को सेना की तर्ज पर टुकड़ियों में बांटा गया है।
  • गरुण योद्धा 20-20 की टुकड़ी में होते हैं।
  • नारायणी सेना के लोग 50-50 की टुकड़ी में होते हैं।
  • हरि वाहक 25-25 की टुकड़ी में होते हैं।

हर सेवादार की तय होती थी जिम्मेदारी

सत्संग में यूपी ही नहीं, आसपास के राज्यों से भी अनुयायी शामिल हुए। एक सेवादार ने बताया कि जिस बस से सेवादार आते हैं उसमें एक रजिस्टर बनाया जाता है। इस रजिस्टर में सेवादारों की जल सेवा, सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक व्यवस्था, वालंटियर के रूप में ड्यूटी तय रहती है। इसके नियम बड़े सख्त हैं। जो सेवादार अनुपस्थित रहता है उसे सेवा से हटा दिया जाता है।

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न्यायिक जांच आयोग की टीम बयान लेकर जा चुकी है।

सिंहासन और स्टेज का सामान पुलिस ने रुकवाया

साकार विश्व हरि के आयोजन में बदायूं के बिल्सी क्षेत्र का टेंट मंगाया गया था। घटना के बाद से टेंट को नहीं हटाने दिया गया। रविवार को इसकी इजाजत मिली तो ठेकेदार ने उसे हटाना शुरू किया। ठेकेदार राजकपूर ने बताया कि 300 गुणा 300 फीट क्षेत्रफल में पंडाल लगा था। इसकी क्षमता करीब 60 हजार लोगों की थी। इसके बाहर और रोड तक भीड़ थी।

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पुलिस ने टेंट खोलने की इजाजत तो दे दी, लेकिन मुख्य प्रवेश द्वार और स्टेज का सामान रोक दिया है। यह सामान कार्यक्रम स्थल पर तंबू के नीचे रखा है। इसमें साकार विश्व हरि का सिंहासन भी है। यह चांदी का नहीं, बल्कि चांदी जैसी चमक वाली धातु का है। इसकी कीमत 18 हजार रुपये बताई गई है।

सत्संग में सुरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा के साथ बैठी प्रेमवती जोकि अनुयाई द्वारा जगत जननी के नाम से पुकारी जाती है।

अनुयायियों के आईकार्ड, रजिस्टर जब्त 

सूरजपाल (साकार विश्व हरि) के सत्संग के बाद हादसे में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस मामले में मुख्य सेवादार देवप्रकाश समेत कुल 11 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अन्य की तलाश जारी है। सीओ सिटी रामप्रवेश राज मुकदमे की विवेचना कर रहे हैं। पुलिस ने घटनास्थल से कई सेवादारों और अनुयायियों के आई कार्ड जब्त किए हैं। कुछ रजिस्टर भी पुलिस के हाथ लगा है, जिसमें सेवादारों के नाम दर्ज हैं।

पुलिस को जांच मिली है सेवादारों की लिस्ट।

सूरजपाल उर्फ साकार विश्व हरि के चांदी जैसे दिखने वाले सिंहासन, स्टेज और मुख्यद्वार का सामान पुलिस ने ठेकेदार से रुकवा लिया है। पुलिस इस सामान को केस डायरी में शामिल कर सकती है। अभी और भी साक्ष्य पुलिस तलाशने में जुटी है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 12 टीमें लगाई गई हैं। इनमें आगरा-नोएडा की एसटीएफ भी शामिल हैं।

धरपकड़ में जुटी पुलिस की टीमें

इसके साथ ही आगरा, अलीगढ़, हाथरस, एटा, मथुरा और मैनपुरी की एसओजी टीमों के साथ-साथ पुलिस की टीमें धरपकड़ में लगी हुई हैं। ये टीमें आसपास के जिलों के अलावा हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान तक गई हैं। खास नजर दिल्ली-एनसीआर पर है।

इधर मामले के विवेचना सीओ सदर रामप्रवेश राय कर रहे हैं। विवेचना में साक्ष्यों को संकलित किया जा रहा है। घटनास्थल पर 100 से अधिक सेवादारों-अनुयाइयों के आधार-ड्यूटी कार्ड व अन्य सामान मिला है। केस डायरी में शामिल किया जाएगा।

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