Hathras Ramlila 2022 : प्रभु श्रीराम ने रावण का वध कर विभीषण का बनाया राजा, अयोध्या में राजगद्दी की तैयारी
Hathras Ramlila 2022 हाथरस में इन दिनों रामलीला का मंचन चल रहा है। गुरुवार की रात रामलीला मैदान में आयोजित कार्यक्रम में विभीषण राजगद्दी का मंचन किया गया। कलाकारों ने इसके मंचन करते हुए शानदार प्रस्तुति दी। इसी के साथ लीला का विश्राम दिया जाता है।
By Jagran NewsEdited By: Anil KushwahaUpdated: Fri, 07 Oct 2022 01:27 PM (IST)
हाथरस, जागरण संवाददाता। Hathras Ramlila 2022 : रामलीला मैदान स्थित बाड़े में गुरुवार की रात विभीषण राजगद्दी लीला का मंचन किया गया। श्री श्यामा श्याम रासलीला रामलीला मंडल के अध्यक्ष शिवदयाल दीक्षित ने प्रवचन करते हुए कहा कि रावण का वध करने के बाद प्रभु श्रीराम विभीषण को लंका का राजा बनाते हैं। राजगद्दी सौंपने के बाद विभीषण उन्हें पूरे सम्मान के साथ वहां से विदा करते हैं। प्रभु राम वहां से सीधे भारद्वाज ऋषि के आश्रम पहुंचते हैं। यहां से हनुमान को भेजकर आगमन की सूचना भरत को दी जाती है। भरत बेसब्री से प्रभु के आने का इंतजार कर रहे होते हैं। अयोध्या को सजाने का कार्य शुरू करा दिया जाता है। कलाकारों ने इसके मंचन करते हुए शानदार प्रस्तुति दी। इसी के साथ लीला का विश्राम दिया जाता है। सादाबाद में भरत मिलाल लीला का मंचन किया गया। इसका आयोजन नगर में धूमधाम से किया गया।
दो मुट्ठी चावल में दो लोक के स्वामी बने सुदामा
सुबह के समय रासलीला में भक्त सुदामा लीला का मंचन किया गया। आचार्य शिवदयाल दीक्षित बताते हैं कि सुदामा पत्नी के बार-बार कहने पर द्वारिकापुरी जाते हैं। रास्ते में वही गोमती नदी के किनारे ही लेट जाते हैं। भगवान को जब पता चलता है तो वह उन्हें अपनी माया से द्वारिका पहुंचा देते हैं। द्वारपालों के कहने पर की उनके सखा आए हैं तो भगवान श्रीकृष्ण नंगे पैर ही चले आते आते हैं। वह पैर धोने बाद चावल की दो मुट्ठियों में दो लोक सुदामा को दान कर देते हैं। इसी के साथ लीला को विश्राम दिया जाता है।इसे भी पढ़ें : Sanskaarshala: समय से पहले बच्चों को बड़ा बना देता है माेबाइल, पैरेंट्स ऐसे करें कंट्रोल
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