तरक्की और प्रसिद्धि पाने के लिए चढ़ा दी मासूम की ‘बलि’, कार में लाश लेकर घूमता रहा स्कूल प्रबंधक
हाथरस में डीएल पब्लिक आवासीय विद्यालय में कक्षा दो के छात्र कृतार्थ की हत्या तंत्र विद्या के लिए की गई थी। प्रबंधक के तांत्रिक पिता जशोदन भगतजी ने प्रबंधक और स्टाफ के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। विद्यालय की प्रसिद्धि और तरक्की के लिए छात्र की बलि देना चाहते थे। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
जागरण संवाददाता, हाथरस। डीएल पब्लिक आवासीय विद्यालय में कक्षा दो के छात्र कृतार्थ की हत्या तंत्र विद्या के लिए की गई थी। प्रबंधक के तांत्रिक पिता जशोदन भगतजी ने प्रबंधक और स्टाफ के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। वह विद्यालय की प्रसिद्धि और तरक्की के लिए छात्र की बलि देना चाहता था।
यह है पूरा मामला
गत रविवार की रात को छात्र कक्षा दो के छात्र कृतार्थ की आवासीय विद्यालय के कमरे में हत्या कर दी गई थी। परिजनों को तबीयत खराब होने की बात कहकर विद्यालय का प्रबंधक दिनेश बघेल और प्रधानाचार्य लक्ष्मण सिंह आगरा ले गए। बच्चे के शव को लेकर कई घंटे तक वह घूमते रहे।
लौटते समय सादाबाद में परिजनों और भीड़ ने उनकी कार को रोक हंगामा किया। कार में तोड़फोड़ कर दी। प्रबंधक और प्रधानाचार्य को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। अब तक पुलिस का शक हॉस्टल वाले कमरे में सो रहे शिक्षक रामप्रकाश सोलंकी पर था, लेकिन परिजनों ने प्रबंधक के तांत्रिक पिता पर तंत्र विद्या के लिए हत्या का आरोप लगाया।
दैनिक जागरण ने तंत्र विद्या के लिए हत्या की आशंका की खबर को बुधवार के अंक में प्रकाशित किया। पुलिस की जांच में यह बात सच साबित हुई। पुलिस ने प्रबंधक के पिता जशोदन सिंह, प्रबंधक दिनेश बघेल, प्रधानाचार्य लक्ष्मण सिंह, शिक्षक रामप्रकाश सोलंकी, वीरपाल उर्फ वीरू को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
एएसपी अशोक कुमार ने बताया कि विद्यालय की तरक्की और प्रसिद्धि के लिए यह लोग बच्चे को ले जाकर तंत्र विद्या करना चाहते थे। बच्चे के जागने और शोर मचाने पर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई।
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