सावन में राशि के अनुसार करें भगवान शिव की पूजा
शिव की पूजा करने से आती सुख-समृद्धि कोरोना काल में घर में ही करें पूजा-अर्चना
संवाद सहयोगी, हाथरस : सावन में शिव जी की पूजा-आराधना सबसे शुभ और कल्याणकारी माना गया है। इस बार इस पावन मास की शुरुआत भी शुभ संयोग यानी भगवान शिव के दिन सोमवार से शुरू हुई। राशि के अनुसार विधि-विधान से पूजा करने का विशेष महत्व है।
वैश्विक महामारी के चलते इस बार मंदिरों पर भीड़ और मेले की मनाही है। कुछ मंदिरों पर नियम पालन के साथ पूजा-अर्चना की अनुमति दी गई है। शहर के ज्योतिषाचार्य सीपुजी महाराज की मानें तो देवताओं में भगवान शिव सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले हैं। ऐसे में इस पावन मास में विधि-विधान से शिव का पूजन करके उनकी कृपा प्राप्त की जा सकती है।
कोरोना काल में जरूरी है शिवपूजा
भगवान शिव के आशीर्वाद से साधक के जीवन की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। राशि के अनुसार पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार सावन में शिव की पूजा करने से शत्रुओं का नाश और रोग-शोक दूर होते हैं। कोरोना काल में घरों में ही पूजा करना बेहतर होगा। राशि के अनुसार पूजा विधि
मेष : जल में गुड़ डालकर जलाभिषेक करना चाहिए।
वृष : दही, शक्कर, चावल, सफेद चंदन व पुष्प से पूजा करें।
मिथुन : गन्ने के रस से अभिषेक करना चाहिए।
कर्क : घी से अभिषेक करें।
सिंह : गुड़ के जल से अभिषेक करें।
कन्या : भांग और पान अर्पण करें।
तुला : दही, शहद और इत्र से अभिषेक करें।
वृश्चिक : पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए।
धनु : हल्दीयुक्त दूध से शिव का अभिषेक करें।
मकर : नारियल के जल से अभिषेक करना चाहिए।
कुंभ : तिल के तेल से अभिषेक करें।
मीन : केसरयुक्त दूध से जलाभिषेक करें।