पुलिस ने जिस बदमाश को किया था ढेर… उसी की बेटी के हाथ किए पीले, खाकी ने निभाया इंसानियत का फर्ज
पिछले साल 10 मई को हाईवे पुलिस चौकी के पास ड्यूटी पर तैनात सिपाही भेदजीत सिंह की दो बदमाशों ने हत्या कर दी थी जांच में पुलिस हत्या में शामिल बदमाशों का पता लगाने में सफल हो गई। चार दिन बाद फैक्ट्री एरिया में ही मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने सिपाही के हत्यारोपित रमेश रायकवार निवासी चौरसी और कल्लू अहिरवार को मार गिराया था।
जागरण संवाददाता, उरई। जिले में खाकी का मानवीय चेहरा देखने को मिला, सिपाही की हत्या में शामिल जिस बदमाश को पुलिस ने मार गिराया था, उसी की बेटी की शादी का पूरा खर्चा उठाकर इंसानियत का फर्ज निभाया, धूमधाम से कराई गई शादी में पुलिस के अधिकारी खुद बारातियों के स्वागत करने के लिए मौजूद रहे।
पिछले साल 10 मई को हाईवे पुलिस चौकी के पास ड्यूटी पर तैनात सिपाही भेदजीत सिंह की दो बदमाशों ने हत्या कर दी थी, जांच में पुलिस हत्या में शामिल बदमाशों का पता लगाने में सफल हो गई। चार दिन बाद फैक्ट्री एरिया में ही मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने सिपाही के हत्यारोपित रमेश रायकवार निवासी चौरसी और कल्लू अहिरवार को मार गिराया था।
आरोपित रमेश अहिरवार के घर में कमाने वाला कोई सदस्य नहीं था, उसकी मौत के बाद दो बेटियां और पुत्र बेसहारा हो गए। गांव के लोगों ने भी उनसे जैसे मुंह मोड़ लिया। ऐसे में पुलिस ने ही इंसानियत का फर्ज निभाते हुए उनके संरक्षण की जिम्मेदारी ली। शनिवार को बड़ी बेटी शिवानी शादी हुई।
बारात झांसी जनपद के मोंठ थाना क्षेत्र के ग्राम मगरौरा से आयी थी। वहां के निवासी मलखान के पुत्र मोनू से शिवानी का रिश्ता तय करने से लेकर सभी संस्कार कराने में आए खर्चे को पुलिस ने ही उठाया।
रमेश के एनकाउंटर करने वाली टीम में शामिल रहे सीओ सिटी गिरजा शंकर त्रिपाठी, निरीक्षक शिवकुमार राठौर खुद बरातियों के स्वागत में वहां मौजूद रहे। उपहार के रूप में करीब पांच लाख रुपये कीमत का सामान दूल्हा पक्ष को प्रदान किया गया।
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