UP News: 'यूपी में शराब पर लगाई जाए रोक', राजभर बोले- मुर्गा खाकर वोट दिया, अब विधायक मुर्गा बनाकर घुमा रहे
ओमप्रकाश राजभर शनिवार को कुछ अलग अंदाज में नजर आए। बोले- प्रदेश में भी शराब पर रोक लगाई जाए। उन्होंने बिना किसी का नाम लेकर विधायकों की कार्यशैली का तंज कसते हुए कहा कि जनपद के विधायकों ने सदन में कभी गरीबों की बात नहीं उठाई।जिसे आप नेता बनाते हो वह लोडर बन जाता है। आप जिनकी तकदीर लिखते हैं वही नेता बनने के बाद लोगों को भूल जाते हैं।
जागरण संवाददाता, जालौन। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पंचायती राज एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग मंत्री ओमप्रकाश राजभर शनिवार को कुछ अलग अंदाज में नजर आए। बोले- प्रदेश में भी शराब पर रोक लगाई जाए। उन्होंने बिना किसी का नाम लेकर विधायकों की कार्यशैली का तंज कसते हुए कहा कि जनपद के विधायकों ने सदन में कभी गरीबों की बात नहीं उठाई। जिसे आप नेता बनाते हो वह लोडर बन जाता है। आप जिनकी तकदीर लिखते हैं वही नेता बनने के बाद लोगों को भूल जाते हैं। मुर्गा खाकर जिसको वोट दिया वह विधायक बनने के बाद आपको मुर्गा बनाकर घुमाते हैं। कैबिनेट मंत्री शनिवार को जालौन के श्री बाराही देवी मेला मैदान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इलाज का पैसा गरीबों को नहीं मिलता
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि विधायक को निधि से निर्धन व गरीबों को इलाज कराने के लिए 25 लाख का बजट मिलता है, लेकिन गरीब को पांच हजार रुपये इलाज के लिए नहीं देते हैं। गरीबों के इलाज के लिए वह 92 करोड़ रुपये दे चुके हैं। किसी को जरूरत है तो वह आय प्रमाण, आधार कार्ड व सरकारी अस्पताल का एस्टीमेट दे, उसे सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
बिना ब्याज के पांच लाख तक ऋण मिलेगा
उन्होंने प्रदेश सरकार की नई योजना के बारे में बताया कि पांच सदस्यीय टीम प्रत्येक गांव में 25 लोगों को चयनित करेगी। चयनित होने के बाद उसे आवास समेत आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यह योजना छह माह में लागू हो जाएगी। युवाओं को रोजगार के लिए बिना ब्याज के पांच लाख तक ऋण मिलेगा। उन्होंने बुंदेलखंड समेत नए प्रदेश बनाए जाने की पैरवी की तथा अपनी लड़ाई स्वयं लड़ने के लिए प्रेरित किया।आयुष्मान कार्ड के लिए न्यूनतम छह सदस्यों की सीमा क्यों बनाई
उन्होंने कहा कि पार्टी महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने का काम करेगी। एक वर्ष के अंदर ग्राम सचिवालय में 207 तरह की सेवाएं मिलने लगेंगी। कहा कि जब देश में वन नेशन व वन इलेक्शन हो सकता है तो एक देश एक शिक्षा क्यों नहीं? जब देश में एक शिक्षा होगी तो शिक्षा का स्तर सुधरेगा। उन्होंने अपने संबोधन में बेरोजगारी की समस्या भी उठाई और समर्थन में लोगों से हाथ उठवाएं। इससे पूर्व पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अरविंद राजभर ने सवाल उठाया कि सरकार ‘छोटा परिवार सुख का आधार’ स्लोगन चला रही है तो आयुष्मान कार्ड के लिए न्यूनतम छह सदस्यों की सीमा क्यों बनाई गई है। कहा कि न्यूनतम सदस्यों की सीमा खत्म करने की मांग प्रधानमंत्री से की है।
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