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स्टेशन की रही किलेबंदी, ट्रेन रोकने में असफल रहे प्रदर्शनकारी

जागरण संवाददाता उरई कृषि बिल के विरोध में भाकियू की रेल रोको आंदोलन की सारी तैयारिया

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Feb 2021 08:13 PM (IST)Updated: Thu, 18 Feb 2021 08:13 PM (IST)
स्टेशन की रही किलेबंदी, ट्रेन रोकने में असफल रहे प्रदर्शनकारी

जागरण संवाददाता, उरई : कृषि बिल के विरोध में भाकियू की रेल रोको आंदोलन की सारी तैयारियां मुस्तैद प्रशासन ने ध्वस्त कर दी। एक दिन पहले से ही उरई, कोंच, एट, कालपी व आटा रेलवे स्टेशन की किलेबंदी रही, जिससे प्रदर्शनकारी पटरियों तक पहुंच ही नहीं सके। भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के नेतृत्व में किसान उरई स्टेशन पहुंचे, वहीं किसान संघर्ष मोर्चा के बैनर तले राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए पहुंचे। हालांकि पुलिस और पीएसी की तैनाती की वजह से रेल रोकने में असफल रहे।

उरई स्टेशन पर आरपीएफ, जीआरपी, कोतवाली उरई व पुलिस लाइन में उपलब्ध अतिरिक्त फोर्स के अलावा डकोर, कोटरा, रामपुरा थाना से बल तैनात किया गया। एडीएम प्रमिल कुमार, एएसपी डॉ. अवधेश सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट सुनील कुमार शुक्ला, सीओ सिटी संतोष कुमार भी मौके पर तैनात रहे। किसान संघर्ष मोर्चा का नेतृत्व कामरेड कैलाश पाठक कर रहे थे। इनमें सुरेश निरंजन , पूर्व विधायक विनोद चतुर्वेदी, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अनुज मिश्रा, वीरपाल दादी, सुरेंद्र यादव, सुरेंद्र मौखरी, महेंद्र भाटिया आदि शामिल थे। किसान यूनियन के कार्यकर्ता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलराम सिंह लंबरदार के नेतृत्व में नारेबाजी करते हुए पहुंचे। 11 बजे लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस स्टेशन पर पहुंची। एक समय अफरातफरी तो मची पर दोनों ओर पुलिस तैनात होने से प्रदर्शनकारी सामने नहीं आ सके। लोकमान्य तिलक का दो मिनट का स्टापेज था, लेकिन ट्रेन पांच मिनट रूकी। एक बजे मालगाड़ी आई उसे भी प्रदर्शनकारी नहीं रोक पाए। बाद में सौ लोगों ने गिरफ्तारी दी। पुलिस ने सभी को पुलिस लाइन भेजा व शाम को रिहा कर दिया। डीएम व एसपी ने भी अलग-अलग स्थान पर जाकर स्थिति का जायजा लिया।

फोटो संख्या : 07, 08

प्रशासन की मुस्तैदी से हांफते रहे आंदोलनकारी

संस, कालपी/एट : कालपी में भाकियू के राष्ट्रीय आह्वान पर गुरुवार को भाकियू के जिलाध्यक्ष द्विजेंद्र सिंह निरंजन के नेतृत्व में किसान व कार्यकर्ता रेलवे स्टेशन पर पहुंचे, जहां एसडीएम जयेंद्र कुमार व सीओ राजीव प्रताप सिंह पुलिस व पीएसी बल के साथ मौजूद रहे। प्रशासन ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। इस पर वे स्टेशन के बाहर ही बैठ गए और ट्रेन का इंतजार करने लगे। जैसे ही बरौनी-ग्वालियर ट्रेन आई तो वे आगे बढ़े लेकिन पुलिस की सख्ती के कारण ट्रेन के इंजन तक नहीं पहुंच सके। कार्यकर्ताओं ने स्टेशन मास्टर बीके गुप्ता का माल्यार्पण किया और एसडीएम जयेंद्र कुमार को पीएम के नाम संबोधित ज्ञापन दिया। अजय पाल सिंह, राजू, देवकरन सिंह, बृजेंद्र सिंह, भगवानदास, रामकुमार, जयराम कुशवाहा, भानसिंह, जाहर सिंह, मंगल सिंह, चंद्रपाल सिंह, मास्टर यादव आदि मौजूद रहे।

एट में भी सुबह से तहसीलदार कर्मवीर तथा प्रभारी निरीक्षक विनय दिवाकर, कैलिया थाना प्रभारी महेश चंद्र पुलिस फोर्स के साथ एट स्टेशन पर पहुंच गए। जिससे स्टेशन छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस की मुस्तैदी देखकर कोई भी किसान संगठन स्टेशन में जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका।


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