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योगी सरकार की Free Bijli Yojana में किसानों को झटका, 50 प्रतिशत ही लगे मीटर; जानिए कैसे उठा सकते हैं योजना का लाभ

प्रदेश की योगी सरकार ने बुंदेलखंड के किसानों के लिए हर महीने 1300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का ऐलान किया था। वहीं अन्य जनपदों के किसानों के लिए 1045 यूनिट बिजली निश्शुल्क देने का वादा किया गया था। इस योजना में अब विभाग की ओर से मीटर लगाने में हो रही देरी से किसानों के बीच चिंता है कि मीटर नहीं होने से उन्हें योजना का लाभ कैसे मिलेगा।

By ajay dixit Edited By: Riya Pandey Updated: Sat, 31 Aug 2024 01:47 PM (IST)
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मुफ्त बिजली योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को मीटर का इंतजार
जागरण संवाददाता, जालौन। एक अप्रैल 2023 से निजी नलकूप किसानों को मुफ्त बिजली देने का आदेश योगी सरकार ने किया था। छूट का लाभ लेने के लिए किसानों को तय तारीख तक अपना बिजली का बकाया बिल जमा करना था। किसानों की सहूलियत के लिए विभाग की ओर से एक मुश्त समाधान योजना की पहल की गई थी। उसके बाद काफी संख्या में किसानों ने फायदा भी उठाया था।

सरकार की मंशा थी कि इससे नलकूप संचालकों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। सरकार की ओर से बुंदेलखंड के किसानों को 1300 यूनिट हर माह बिजली निश्शुल्क देने का वादा है वहीं अन्य जनपदों के किसानों के लिए 1045 यूनिट बिजली निश्शुल्क देने का वादा किया गया था।

विभाग की ओर से मीटर लगाने में देरी

इस योजना में अब विभाग की ओर से मीटर लगाने में हो रही देरी से किसानों के बीच चिंता है। किसानों का कहना है कि मीटर नहीं होने से उन्हें योजना का लाभ कैसे मिलेगा। दूसरी ओर विभाग का कहना है कि जिन किसानों के मीटर अभी लगने बाकी हैं उनसे बिल नहीं लिया जा रहा है।

उरई में नलकूप के लिए कनेक्शन तो मिल गया लेकिन एक माह के ऊपर हो गया अभी तक सोनू को मीटर नहीं मिल सका है।

किसानों को राहत के लिए मुफ्त बिजली बिल योजना की शुरुआत

रामपुरा ब्लाक के सिद्धपुरा निवासी इस किसान की तरह और भी तमाम ऐसे किसान हैं जो नलकूप तो बिजली से चला रहे हैं लेकिन विभाग ने मीटर नहीं दिया है। नलकूप किसानों को राहत प्रदान करने के लिए सरकार ने मुफ्त बिजली बिल योजना की शुरुआत की है।

जिन किसानों का 31 मार्च 2023 तक का बकाया चुकता है उन्हीं किसानों को इस योजना में शामिल करके लाभ मिल रहा है। इसके लिए सरकार ने प्रति माह फिक्स यूनिट खपत निर्धारित की है जिसके लिए जिलेभर के निजी नलकूपों पर मीटर लगाए जा रहे हैं। जिसमें पचास प्रतिशत मीटर लगाए जा चुके हैं, शेष पर सितंबर माह तक मीटर लगने का काम पूरा होने का अनुमान है। जिले में 25 हजार से अधिक सरकारी व निजी नलकूप हैं। जिसमें 13608 नलकूप किसानों के हैं।

सिंचाई करने पर बिजली बिल का भुगतान माफ

सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए मुफ्त बिजली बिल सिंचाई योजना की शुरुआत की है। जिसमें किसानों को सिंचाई करने पर बिजली बिल का भुगतान माफ किया गया है। सरकार ने बुंदेलखंड क्षेत्र के किसानों के लिए हर माह 1300 यूनिट बिजली की खपत मुफ्त की है। इससे अधिक खपत होने पर किसानों को बिजली बिल का शेष भुगतान करना अनिवार्य है।

जिले में लगाए जा चुके हैं 7510 नलकूपों पर मीटर

किसानों के नलकूपों में बिजली खपत के आकलन के लिए अब विभाग मीटर लगा रहा है। अब तक जिले में 7510 नलकूपों पर मीटर लगाए जा चुके हैं। शेष नलकूपों पर मीटर लगाने का काम चल रहा है। जिन नलकूपों पर मीटर नहीं लगाए गए हैं और उनका बकाया बिजली का बिल जमा है उन किसानों से अभी बिल जमा नहीं कराया जा रहा है। उन्हें मुफ्त बिजली योजना में शामिल किया गया है।

बकाएदार किसान पहले जमा करें बिल

जिले भर में मीटर लगाने के बाद जिन किसानों के नलकूप पर 1300 से अधिक यूनिट बिजली की खपत होगी उन किसानों से शेष बिल का भुगतान विभाग जमा कराएगा। जो किसान अभी तक विभाग के बकाएदार हैं, उन किसानों से विभाग पहले की तरह ही बिजली का बिल जमा करवा रहा है।

बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता ओमप्रकाश का कहना है कि जिले में मीटर लगाने का काम जोरों पर चल रहा है। जैसे ही काम पूरा हो जाएगा उसके बाद यूनिट की खपत के अनुसार ही योजना में शामिल किसानों को बिल उपलब्ध होने लगेंगे।

11450 नलकूप में ही लगा मीटर

हमीरपुर जिले में निजी नलकूप धारकों की संख्या 14116 है। इसमें छूट वाले धारकों की संख्या 9957 है। निश्शुल्क बिजली के लिए अब तक आवेदन करने वाले किसानों की संख्या 2446 है। जिले में इस समय 11450 किसानों के नलकूप में ही मीटर लग सके हैं।

बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता ज्ञानचंद्र यादव ने बताया कि इस योजना की अंतिम तिथि 31 अगस्त है। जिसके चलते अभी किसान आवेदन कर सकते हैं। वहीं जिन किसानों के यहां अभी मीटर नहीं लगे हैं। उनके यहां मीटर लगाने की कार्रवाई की जा रही है।

बिना मीटर के योजना का लाभ पाने के लिए भटक रहा किसान

बांदा में विभाग की अनदेखी व लापरवाही से किसानों को 1300 यूनिट तक बिजली बिल माफ करने की सरकार की योजना से तमाम दुश्वारियों के कारण सैकड़ों किसान इस योजना से वंचित रह जाने आसार नजर आ रहे हैं। योजना के पात्रता में पहली पात्रता में किसान के निजी ट्यूबवेल पर मीटर लगा होना अनिवार्य है। जिसमें जिले के ज्यादातर किसान पहली ही पात्रता नहीं पूरी कर रहे हैं।

जिले के 9262 किसानों के निजी ट्यूबवेल पर मीटर ही नहीं लगे हैं। वहीं विभाग के कंप्यूटर में इनकी आईडी न खुलने से सैकड़ों किसान अपने बिल संशोधन के लिए भटक रहे हैं। जिले में 18862 निजी नलकूप कनेक्शन धारक किसान हैं।

विभाग भी अभी तक किसानों के खुद आकर मीटर लगवाने के लिए पहल करने का इंतजार कर रहा था। अब जब ऐन मौके में उच्चाधिकारियों का आदेश जारी हुआ, तो मीटर लगना शुरू हुआ है।

जिले का 9262 किसानों के पास अभी पहली पात्रता ही पूरी नहीं हो पाई है। जिसके चलते अगर तिथि नहीं बढ़ी तो सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना से जिले का आधे से ज्यादा किसान वंचित रह जाएगा। 8862 निजी नलकूप कनेक्शन धारक किसानों में अभी भी दस हजार से अधिक किसान इस योजना के लिए पंजीकरण नहीं करवा पाए हैं।

पचास प्रतिशत नहीं लगे मीटर

चित्रकूट जनपद में 11201 किसानों के यहां निजी नलकूप लगे हैं। इसमें 5902 किसानों के नलकूपों में बिजली विभाग का मीटर नहीं लग सका है। जिन किसानों के यहां नलकूप में मीटर नहीं लगे हैं उनके सामने योजना का लाभ मिलना कठिन दिख रहा है।

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