सरकारी अस्पताल में नवजात खरीदने की लगी बोली, आशा बहू ने 'डील फाइनल' की तो मचा हंगामा… मामला बेहद गंभीर
जौनपुर के करंजाकला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक 15 वर्षीय किशोरी का गुपचुप तरीके से प्रसव कराया गया और बच्ची को 10 हजार रुपये में बेच दिया गया। मामला उजागर होने पर अधिकारियों ने हस्तक्षेप किया और बच्ची को वापस लाया गया। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह है पूरा मामला
नाबालिग के प्रसव की जानकारी मिली। दारोगा को छानबीन के लिए अस्पताल भेजा गया था। अब आगे विधिक कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल बच्ची को बेचने की जानकारी नहीं है।
-मनोज कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक सरायख्वाजा।
परिजनों ने स्वीकारी बच्ची को बेचने की बात
किशोरी के परिजनों ने भी आर्थिक तंगी व सामाजिक दबाव के कारण बच्ची को बेचने की बात स्वीकार की। किशोरी अविवाहित है, जिससे यह मामला और अधिक संवेदनशील हो गया है। प्रभारी चिकित्साधिकारी ने इस मामले की पूरी जानकारी मुख्य चिकित्साधिकारी व पुलिस विभाग को दे दी है।यह भी पढ़ें: पुलिस नजर रखेगी… लेकिन ‘नजर’ नहीं आएगी, उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने कर दी व्यवस्था, अधिकारियों को निर्देश जारीअस्पताल में अवैध रूप से नाबालिग का प्रसव कराना घोर अपराध है। नवजात अपनी मां के पास वापस आ गई है। इस गंभीर मामले में अधीक्षक व स्टाफ नर्स से स्पष्टीकरण मांगा गया है। मामले में जांच कमेटी गठित कर दी गई है। जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
-डॉक्टर लक्ष्मी सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी।