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धर्मांतरण का बड़ा खेलः जौनपुर के एक गांव में हिंदुओं के 95 फीसद परिवार हो गए ईसाई

जौनपुर जिले में प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मांतरण का खेल चल रहा है। बढय़ापार गांव के 100 परिवार हिंदू थे अब सिर्फ पांच बचे हैं।

By Nawal MishraEdited By: Updated: Sat, 21 Jul 2018 08:17 AM (IST)
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धर्मांतरण का बड़ा खेलः जौनपुर के एक गांव में हिंदुओं के 95 फीसद परिवार हो गए ईसाई

जौनपुर (जेएनएन)। जिले में ईसाई मिशनरियां गुपचुप लेकिन बहुत ही कारगर ढंग से अपनी मुहिम में जुटी हैं। साप्ताहिक सामूहिक प्रार्थना सभा की आड़ में धर्मांतरण का खेल चल रहा है। डोभी विकास खंड के ग्राम सभा हरिहरपुर के बढय़ापार गांव के अधिसंख्य बाशिंदों को बहला-फुसला व प्रलोभन देकर ईसाई बना दिया है। यह जानकर हैरत होगी कि इस पुरवा में कभी 100 परिवार हिंदू थे अब बचे हैं सिर्फ पांच। धर्मांतरण कर चुके परिवार बड़ी बेबाकी से इस बात को कुबूल भी कर रहे हैं।

कही-सुनी से पता चलने के बाद हकीकत पता की गई तो मालूम हुआ कि कभी हिंदू बहुल गांव अब ईसाई मतावलंबियों का गढ़ बन चुका है। पूरे गांव में अब महज चार या पांच ही हिंदू धर्मानुयायी कुनबे बचे हैं। ऐसा भी नहीं है कि वे इस बात को छिपाते हैं। बड़ी साफगोई से स्वीकार करते हैं कि हां, हम धर्म परिवर्तन कर चुके हैं। गांव में लाल बहादुर के घर हर सप्ताह प्रार्थना सभा भी होती है। भूलनडीह गांव में ईसाई मिशनरी से जुड़ा दुर्गा यादव भी प्रार्थना सभा कराता है। हर रविवार व मंगलवार को होने वाली प्रार्थना सभा का गुपचुप तरीके से प्रचार-प्रसार बढ़ता गया। आज हालत यह है कि इसमें लगभग पांच हजार की भीड़ जुटती है। चंदवक के निकट जमुनीबारी गांव के मैदान में हर शुक्रवार को प्रार्थना सभा होती है। ग्राम सभा हरिहरपुर के प्रधान शिव बालक यादव ने इस बारे में पूछने पर कहा कि इसकी उन्हें जानकारी नहीं थी।

केराकत के उप जिलाधिकारी सहदेव मिश्र ने बताया कि मुझे बढय़ापार में धर्मांतरण के बारे में कोई जानकारी नहीं है। यदि कोई स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन करता है तो उसे रोका नहीं जा सकता। थानाध्यक्ष चंदवक शशिचंद्र चौधरी ने बताया कि मेरे संज्ञान में ऐसा कुछ नहीं है। यदि कोई प्रलोभन देकर या जबरन धर्म परिवर्तन कराता है, तभी कोई कार्रवाई की जा सकती है। मामला संज्ञान में आने के बाद ऐसी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।