नहीं बना बायोमेडिकल वेस्ट शेड, बीमारी फैला रहा अस्पताल
जनपद के खैराती अस्पतालों से निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट के रखने और निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं है। सफाई कर्मचारी कचरों को इधर-उधर फेंक देते हैं जो बीमारियों के वाहक बन रहे हैं। जिला अस्पताल समेत 24 अस्पतालों में बायोमेडिकल वेस्ट शेड के निर्माण के लिए 72 लाख अवमुक्त किया गया है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : जनपद के खैराती अस्पतालों से निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट के रखने और निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं है। सफाई कर्मचारी कचरों को इधर-उधर फेंक देते हैं, जो बीमारियों के वाहक बन रहे हैं। जिला अस्पताल समेत 24 अस्पतालों में बायोमेडिकल वेस्ट शेड के निर्माण के लिए 72 लाख अवमुक्त किया गया है। दो साल से अधिक समय बीत गए, लेकिन अभी तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत में निर्माण की शुरुआत ही नहीं हो पाई है। वहीं अधिकांश अस्पतालों में बने शेड का उपयोग नहीं हो रहा है।
अस्पतालों से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट के प्रबंधन की जिले में कोई व्यवस्था नहीं है। प्राइवेट अस्पतालों का कचरा जहां प्रयागराज व वाराणसी की कचरा प्रबंधन फैक्ट्री संचालक ले जाते हैं वहीं सरकारी अस्पतालों का कचरा आस-पास फेंका जा रहा है, जिसके चलते लोग संक्रामक बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इस समस्या से निजात के लिए शासन से वर्ष 2018-19 में नई पहल करते हुए जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल व ब्लाक स्तर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बायोमेडिकल वेस्ट शेड का निर्माण के लिए 72 लाख रुपये अवमुक्त किया था। पीडब्ल्यूडी को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। विभाग ने अभी तक कई शेड पूर्ण करके हैंडओवर नहीं किया है। लापरवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत में निर्माण ही नहीं शुरू हो पाया है।