कर्ज में डूबे युवक ने कर दिया ऐसा कांड, पैरों तले खिसकी जमीन; एएसपी बोले- ये फैंटेसी वाला इंसान है
जौनपुर में पुलिस ने एक व्यवसायी के पुत्र के अपहरण की गुत्थी सुलझा ली है। सूरज गुप्त ने खुद के अपहरण की झूठी कहानी रची थी और 40 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सूरज पर लगभग सात लाख रुपये का कर्ज था और उसने इससे उबरने के लिए ऐसा कांड किया।
जागरण संवाददाता, जौनपुर। पुलिस ने व्यवसायी के पुत्र के अपहरण की गुत्थी घटना के पांचवें दिन सुलझा दी। सात लाख रुपये के कर्ज से उबरने के लिए खुद के अपहरण की झूठी कहानी रचने वाले अलमारी व्यवसायी के पुत्र सूरज गुप्त को मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सूरज शुक्रवार को रहस्यमय ढंग से लापता हो गया था।
यह है पूरा मामला
पुलिस के अनुसार, सूरज ने अपना पैसा कहीं लगाया है। इससे इस पर लगभग सात लाख रुपये का कर्ज था। उसने घरवालों से भी पैसों की मांग की, लेकिन मिला नहीं। आए दिन तकादा से परेशान होकर इसने जान देने के उद्देश्य से घर निकला। इस दौरान खुद के ही अपहरण की साजिश रच डाली।
घर वालों से मांगी 40 लाख की फिरौती
शुक्रवार की भोर टहलने का बहाना बनाकर सूरज घर से फरार हो गया। उसके न लौटने पर घरवाले हर जगह तलाश किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। दूसरे दिन शनिवार की सुबह सूरज ने चाचा राजीव गुप्त के वाट्सएप पर मैसेज भेजकर 40 लाख रुपये फिरौती की मांग की।धमकी भी दी कि 24 घंटे के अंदर फिरौती की रकम नहीं मिली तो अंजाम बुरा होगा। इतना ही नहीं उसने अपनी फोटो भी भेजी। जानकारी होते ही घर वालों के पैरों तले जमीन खिसक गई।
तलाश में जुटी थी पुलिस की पांच टीमें
मामला थाने तक पहुंचते ही पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा ने इसके लिए पांच टीमों का गठन किया। इधर, सर्विलांस टीम भी जांच में जुटी रही। बताया जा रहा है कि घटना के बाद सूरज नेपाल फरार हो गया था। जब उसे पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज होने की खबर मिली तो वह वापस लौट किसी परिचित को फोन किया। फोन ऑन होते ही सर्विलांस की मदद से पहुंची पुलिस टीम ने उसको दबोच लिया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।