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Jaunpur News: 4.60 करोड़ की लागत से होगा तीन मिनी स्टेडियम का जीर्णोद्धार, तराशी जाएगी खिलाड़ियों की प्रतिभा

Jaunpur News- युवा कल्याण ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के पूर्व मंत्री श्रीराम यादव के प्रयास से 1994-95 में जलालपुर के बनपुरवा गांव में ग्रामीण स्टेडियम का शिलान्यास हुआ था। इस स्टेडियम को बनाने के लिए 25 लाख 97 हजार रुपये स्वीकृत हुआ था लेकिन आरईएस विभाग द्वारा उक्त स्टेडियम को 23 लाख 31 हजार 403 रुपये में ही बनवा दिया था।

By Akhilesh SinghEdited By: Shivam YadavUpdated: Sat, 24 Jun 2023 08:51 PM (IST)
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प्रतियोगिताओं के लिए तैयारी कर रहे खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर है।

जौनपुर, जागरण टीम: प्रतियोगिताओं के लिए तैयारी कर रहे खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर है। जनपद के ग्रामीण अंचलों में प्रतिभा निखारने के लिए तीन मिनी स्टेडियम का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसके लिए युवा कल्याण एवं खेल राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव की पहल पर 4.60 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है। संसाधनों से लैस इन स्टेडियम में कोच की देखरेख में प्रतिभाओं को तराश कर देश-विदेश की प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ी तैयार किए जाएंगे। 

युवा कल्याण ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के पूर्व मंत्री श्रीराम यादव के प्रयास से 1994-95 में जलालपुर के बनपुरवा गांव में ग्रामीण स्टेडियम का शिलान्यास हुआ था। इस स्टेडियम को बनाने के लिए 25 लाख 97 हजार रुपये स्वीकृत हुआ था, लेकिन आरईएस विभाग द्वारा उक्त स्टेडियम को 23 लाख 31 हजार 403 रुपये में ही बनवा दिया था। 

कार्यदायी संस्था ने स्टेडियम को 1996-97 में युवा कल्याण विभाग को हैंडओवर कर दिया गया था। इसी क्रम में ग्रामीण क्षेत्र में खेल को प्रोत्साहन देने के लिए मछलीशहर विकास खंड के ग्राम भटेवरा में 2006 में बनकर तैयार हुआ। एक दशक में ही इस स्टेडियम की छत टूट गई तथा मैदान ऊबड़-खाबड़ हो गया। 

खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कहा, 

जनपद में खिलाड़ियों को तैयारी के लिए संसाधनों की कमी नहीं होगी। इंदिरा गांधी स्टेडियम के अतिरिक्त सभी तीन मिनी स्टेडियम का जीर्णोद्धार कर संसाधनों से लैस किया जाएगा। प्रशिक्षकों के निर्देशन में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण की जल्द ही सुविधा मिलने लगेगी।

अपेक्षित सुधार के लिए तरसा स्टेडियम

ग्रामीणों के मुताबिक, यहां अभी तक क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन ही नहीं हुआ है। 20 लाख 98 हजार की लागत से बने इस स्टेडियम का शिलान्यास 15 सितंबर 2004 को तत्कालीन विधायक विनोद कुमार सिंह ने किया था। लगभग दो वर्षो में किसी तरह बनकर यह तैयार हुआ। मैदान खुला होने से इसे चारागाह के रूप में प्रयोग किया जा रहा था। 2011-12 में मैदान को सुरक्षित रखने के लिए चारदीवारी का निर्माण कराया गया। बाउंड्रीवाल बनने के बावजूद भी खेल के मैदान की स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ।

मुलायम सिंह यादव ने की थी घोषणा

महराजगंज के चरियाहीं गांव में वर्ष 2005-2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के गांव में आगमन और पूर्व विधायक उमाशंकर यादव की मांग पर उन्होंने गांव में एक स्टेडियम निर्माण की घोषणा की थी। 2006 में स्टेडियम का निर्माण प्रारंभ हो गया। स्टेडियम को जुलाई 2016 में निर्माण इकाई ने युवा कल्याण विभाग को हैंड ओवर कर दिया गया, लेकिन 173 मीटर चारदीवारी का निर्माण अभी भी अधूरा है। 

स्टेडियम बना है अराजक तत्वों का अड्डा

मुख्य भवन का टीन सेट आंधी में उड़ चुका है। खिड़की व दरवाजे भी गायब हैं। बिजली कनेक्शन बकाए के कारण विभाग द्वारा काट दिया गया है। मैदान में मात्र फुटबॉल पोल लगा है। गत एक दशक से रखरखाव न होने के कारण स्टेडियम जर्जर व झाड़-झंखाड़ हो गया है। वहीं प्रशिक्षक की तैनाती न होने से खिलाड़ियों को प्रशिक्षण नहीं मिल पा रहा है। यह स्टेडियम अराजक तत्वों का अड्डा बना है।

खेल मंत्री ने दिया प्रस्ताव बनाने का निर्देश

खिलाड़ियों की समस्याओं को देखते हुए खेल मंत्री ने मिनी स्टेडियम के जीर्णोद्धार के लिए प्रस्ताव बनाने का निर्देश दिया है। आदेश के क्रम में वनपुरवा स्टेडियम के लिए दो, मछलीशहर के लिए 1.10 व महराजगंज स्टेडियम के जीर्णोद्धार के लिए 1.50 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। इतना ही नहीं प्रशिक्षकों की तैनाती भी कर दी जाएगी।

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