Jaunpur: विश्व कप में राधा का प्रदर्शन देख गदगद हुए जौनपुरवासी, चंदवक की शिखा पांडेय के प्रदर्शन का इंतजार
दक्षिण अफ्रीका में चल रहे आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप के लिए जनपद की दो बेटियों चयनित हुई हैं। इसमें चंदवक के मचहटी गांव की शिखा पांडेय हैं तो सिकरारा के अजोसी गांव की रहने वाली राधा यादव। राधा के प्रदर्शन को देख जनपदवासी गदगद हैं।
जौनपुर, जागरण संवाददाता: दक्षिण अफ्रीका में चल रहे आईसीसी महिला टी-20 विश्व कप के लिए जनपद की दो बेटियों चयनित हुई हैं। इसमें चंदवक के मचहटी गांव की शिखा पांडेय हैं तो सिकरारा के अजोसी गांव की रहने वाली राधा यादव। राधा के प्रदर्शन को देख जनपदवासी गदगद हैं। अपने पहले ही मैच में राधा यादव ने रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ 21 रन देकर दो विकेट लेकर शानदार जीत में योगदान दिया। इससे राधा के गांव में जश्न मना। जनपद के लोग बेटियों को बधाई दे रहे हैं। हालांकि शिखा पांडेय के आगामी मैचों में धमाल मचाने का जनपदवासियों को इंतजार है।
मुसीबतों से लड़कर तय किया टीम इंडिया तक का सफर
महिला टी-20 क्रिकेट टीम में जगह बनाने वाली राधा यादव के लिए यह सफर इतना आसान नहीं रहा। मुंबई के कोलिवरी क्षेत्र की बस्ती में 220 फीट की झुग्गी से टीम इंडिया तक की छलांग में राधा के संघर्ष की कहानी छिपी है। उसी मेहनत के बलबूते राधा ने दक्षिण अफ्रीका में हो रही टी-20 विश्वकप टीम में जगह बनाई। राधा के पिता ओम प्रकाश की इसी बस्ती में एक छोटी सी दुकान है।
ओम प्रकाश की चार संतानों दीपक यादव, राहुल यादव व सोनी यादव के बाद राधा सबसे छोटी है। छोटे व्यवसाय के बावजूद ओम प्रकाश ने राधा के सपनों के आड़े किसी मुसीबतों को नहीं आने दिया। ग्रामीणों की माने तो बचपन में राधा को पता नहीं था कि लड़कियों की अलग टीम होती है। वह लड़कों की भारतीय टीम में जगह बनाने का सपना देख रही थी।
राधा यादव ने 2018 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। हाईस्कूल की परीक्षा उसने बांकी गांव स्थित केएन सिंह इंटर कालेज से किया। क्रिकेट में इतना व्यस्त हुई कि इंटर की पढ़ाई छोड़ना पड़ा, हालांकि आगे जाकर इंटर की पढ़ाई पूरी की।
तीसरा विश्वकप खेल रही शिखा पांडेय
चंदवक डोभी के मचहटी गांव निवासी गोवा में शिक्षक रहे सुबाष पांडेय की दो पुत्रियों में होनहार बेटी शिखा पांडेय ने क्रिकेट में ऐसा धमाल मचाया कि वर्ष 2014 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने का मौका मिल गया। इसके बाद कई देशों में प्रदर्शन किया। उसने पहली पार विश्वकप में मिताली सेना में आलराउंडर के रूप में परचम लहराया। फिर वर्ष 2020 की आइसीसी महिला टी-20 विश्व कप में उन्हें खेलने का अवसर मिला।
भारत की मध्यम गति की इस गेंदबाज का चयन दक्षिण अफ्रीका में चल रहे आइसीसी महिला टी-20 विश्व कप के लिए भी हुआ है। पहले मैच में उसे खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन गांव के लोगों को उम्मीद है कि आगे के मैच में उसे अवसर मिला तो बेहतर प्रदर्शन कर जिले का नाम रोशन करेगी।