UP Politics: सपा के सूरमाओं को भायी भाजपा, जल्द बदल सकते हैं पाला; लोकसभा चुनाव के लिहाज से अहम होगा यह उलटफेर
UP Politics लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में बड़े फेरबदल की सुगबुगाहट है। जौनपुर में समाजवादी पार्टी को लोकसभा चुनावों से पहले बड़ा झटका लग सकता है। ऐसा कहा जा रहा है कि सपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री व चार बार विधायक रहे जगदीश सोनकर पूर्व विधायक गुलाब सरोज व पूर्व विधायक सुषमा पटेल भाजपा नेतृत्व के संपर्क में हैं।
By Swati SinghEdited By: Swati SinghUpdated: Sat, 22 Jul 2023 10:56 AM (IST)
जौनपुर,जागरण संवाददाता। आगामी लोकसभा चुनाव को हर हाल में फतह करने के लिए प्रमुख दलों की रणनीति परवान चढ़ती दिखने लगी है। सब कुछ ठीक रहा तो चंद दिनों में इस जिले के सपा के कई सूरमा भाजपा के झंडाबरदार होंगे। इससे सपा को यहां करारा झटका लगता दिख रहा है। कहा जा रहा है कि सपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री व चार बार विधायक रहे जगदीश सोनकर, पूर्व विधायक गुलाब सरोज व पूर्व विधायक सुषमा पटेल भाजपा नेतृत्व के संपर्क में हैं।
इन नेताओं का पाला बदल जल्द होने की बात कही जा रही है, हालांकि पूर्व विधायक सुषमा पटेल ने इसे महज अफवाह करार दिया है। बहरहाल, यदि पाला बदल की यह अटकल सच साबित हुई तो जहां इस जिले में सपा के साइकिल की रफ्तार पर असर पड़ेगा वहीं भगवा रंग चटख होगा।
लोकसभा चुनाव से पहले बड़े बदलाव के कयास
पिछले लोकसभा चुनाव में अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन करने वाली भाजपा पूर्वांचल में कई सीटों पर धड़ाम हुई थी। ऐसे में उसके रणनीतिकार इस बार जीत के लिए जरूरी हर फार्मूले पर तेजी से अमल कर रहे हैं। सुभासपा मुखिया ओमप्रकाश राजभर का एनडीए से जुड़ना भी इसी रणनीति का हिस्सा है। इस संभावित सियासी उलटफेर के संबंध में पूछे जाने पर पूर्व मंत्री जगदीश सोनकर ने मजेमजाए नेता के अंदाज में जवाब दिया कि हमें ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है। यदि ऐसा कुछ होगा तो पता चल ही जाएगा।जिले में बढ़ गई सियासी हलचल
उधर, पूर्व विधायक गुलाब सरोज ने इस खबर को नकारा तो नहीं, लेकिन अपनी ओर से पुष्टि करने में भी संकोच करते रहे। बहरहाल, कुछ ही दिनों में इस हां-ना की तस्वीर पर पड़ी धुंध हटेगी, लेकिन इन कयासों से ही जिले में सियासी हलचल तो बढ़ ही चुकी है। अब अगर लोकसभा चुनाव से पहले सपा के नेता बीजेपी में शामिल होते हैं तो जिले में कमल की पकड़ और मजबूत होगी। अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा एक होने का दावा तो कर रही है, लेकिन ऐसे कयास प्रश्नचिन्ह भी लगा रहे हैं।