भाजपा प्रत्याशी पार्टी के परंपरागत मतदाताओं सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों के एक हिस्से व अन्य पिछड़े वर्ग के मतदाताओं के बूते खुद की स्थिति मजबूत होने का दावा कर रहे हैं वहीं सपा प्रत्याशी स्वजातीय के साथ ही पीडीए के मुद्दे को प्रभावी मान रहे हैं। हालांकि सभी प्रत्याशी व उनके खासमखास बूथों का जायजा लेते हुए अपनी वास्तविक स्थिति का भी आकलन करने को बेचैन नजर आए।
जागरण संवाददाता, जौनपुर। Jaunpur Lok Sabha Seat: लोकसभा के चुनावी महासमर के छठवें चरण में शनिवार को जौनपुर व मछलीशहर (सुरक्षित) सीट पर मतदान हुआ। मतदाताओं से मिले रुझान में भाजपा व सपा के बीच कांटे की सीधी टक्कर दिख रही है।
बसपा का प्रदर्शन इन दोनों सीटों पर फिलहाल लचर ही दिखलाई पड़ रहा है। लोग इस बात की चर्चा भी चट्टी-चौराहों पर करते नजर आए।
शनिवार को मतदान के दौरान नवीन मंडी परिसर उमरपुर, मोहम्मद हसन कॉलेज, खेतासराय, मानीकला व गुरैनी आदि बूथों को देखकर लगा कि शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं में अधिक उत्साह है। अधिकतर बूथों पर मतदान शुरू होने के पहले ही मतदाताओं की कतार लग गई थीं। दिन चढ़ने के साथ ही चिलचिलाती धूप होने के कारण पहले मतदान फिर जलपान के सूत्रवाक्य को आत्मसात करने पर लोगों का जोर दिखा।
मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में मतदान को लेकर अधिक उत्साह व जल्दबाजी दिखी। बूथों पर पहुंचे मतदाता व सियासी सूरमा भी अपने मतदान के साथ अन्य जगहों की स्थिति जानने को हलकान दिखे।
रोजी-रोजगार के मुद्दे पर किया वोट
मछलीशहर लोकसभा के जफराबाद विधानसभा क्षेत्र स्थित कबूलपुर बूथ पर मतदान करने वाले ज्ञानेश श्रीवास्तव व रियाज खान ने मतदान के संबंध में कहा कि हमने वोट रोजी-रोजगार के मुद्दे पर किया है। इका देवी हालांकि वह निरक्षर हैं, लेकिन मतदान के महत्व को लेकर उनकी सोच काबिलेतारीफ रही।
उन्होंने बिना लागलपेट के कहा... जब वोटवै न देब त अपने मन क सरकार कइसे बनाइब। हालांकि उन्होंने किसे वोट दिया इस पर यह तो नहीं बताया, लेकिन अपने एक वोट की कीमत तो जता ही दिया। इसी तरह जौनपुर व मछलीशहर लोकसभा के कुछ मतदाताओं से संभावित स्थिति की पड़ताल की गई तो अधिकतर बूथों पर भाजपा व सपा प्रत्याशी के बीच रोमांचक मुकाबले की तस्वीर सामने आई।
अनूसूचित जाति के मतदाताओं में चुनाव को लेकर पहले की तरह जोश व उत्साह नहीं नजर आया।
सियासत के जानकरों के अनुमान के मुताबिक इन दोनों सीटों पर सपा अपने पक्ष में अल्पसंख्यक मतदाताओं के ध्रुवीकरण में कामयाब होते दिखाई दी तो अधिकतर मौर्य मतदाता भी उसके पक्ष लामबंद दिखे। जौनपुर सीट पर बसपा प्रत्याशी मौजूदा सांसद स्वजातीय मतों में सेंधमारी का प्रयास तो किया, लेकिन उन्हें अपेक्षित कामयाबी मिलती नहीं दिखी।
भाजपा प्रत्याशी पार्टी के परंपरागत मतदाताओं, सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों के एक हिस्से व अन्य पिछड़े वर्ग के मतदाताओं के बूते खुद की स्थिति मजबूत होने का दावा कर रहे हैं, वहीं सपा प्रत्याशी स्वजातीय के साथ ही पीडीए के मुद्दे को प्रभावी मान रहे हैं। हालांकि सभी प्रत्याशी व उनके खासमखास बूथों का जायजा लेते हुए अपनी वास्तविक स्थिति का भी आकलन करने को बेचैन नजर आए।
मल्हनी विधानसभा अव्वल, मछलीशहर में सबसे कम हुआ मतदान
जौनपुर लोकसभा के मल्हनी विधानसभा में मतदाताओं ने जहां बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया वहीं मछलीशहर लोकसभा के मछलीशहर विधानसभा में सबसे कम वोट पड़े। मल्हनी में 57.12 प्रतिशत तो मछलीशहर में कुल 52.13 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मछलीशहर विधानसभा के पिंडरा विधानसभा 56.27, मड़ियाहूं में 54.00, जफराबाद में 54.4 व केराकत विधानसभा क्षेत्र में 55.62 प्रतिशत मत पड़े। इसी तरह जौनपुर लोकसभा के बदलापुर विधानसभा में 56.21, शाहगंज में 56.67, जौनपुर में 54.59, मुंगराबादशाहपुर में 53.15 प्रतिशत मतदान हुआ।
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