'गुलाम कश्मीर से आतंक का हो खात्मा, नहीं तो मिलेगा करारा जवाब', रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की पाक को दो टूक
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की जेलों में बंद आठ भारतीय मछुआरों की रिहाई के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि गुलाम कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और पाकिस्तान को वहां से आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करना चाहिए। राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि गुलाम कश्मीर भारत का मुकुट रत्न है और उसके बिना जम्मू-कश्मीर अधूरा है। पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान के लिए गुलाम कश्मीर विदेशी क्षेत्र से अधिक कुछ नहीं, जिसका आतंकवाद और भारत विरोधी प्रचार के लिए इस्तेमाल कर रहा है। उसे गुलाम कश्मीर में बने आतंकी शिविरों और लांच पैडों को नष्ट कर देना चाहिए, अन्यथा उचित जवाब दिया जाएगा।
उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार पाकिस्तान की जेल में तीन वर्षों से बंद जौनपुर और भदोही के आठ मछुआरों को रिहा करने का पूरा प्रयास करेगी। दैनिक जागरण में रविवार 19 जनवरी के अंक में प्रकाशित खबर पढ़ने के बाद उन्होंने यह बात कही।
मछुआरों की रिहाई को लेकर विदेश मंत्री से करेंगे बातचीत
राजनाथ सिंह भाजपा के पूर्व संगठन मंत्री जगत नारायण दुबे की पौत्री के वैवाहिक समारोह में शामिल होने के लिए मछलीशहर के निजामुद्दीनपुर गांव आए थे। उन्होंने कहा कि मछुआरों की रिहाई को लेकर वह विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात करेंगे। उन्हें अभी तक इस बारे में जानकारी नहीं थी, पीड़ित परिवार उनसे मुलाकात कर सकते हैं।
रक्षामंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर है। आज भारत कुछ कहता है तो पूरा विश्व ध्यान से सुनता है। हमारे विज्ञानी देश में ही रक्षा उपकरण बना रहे और निर्यात कर रहे हैं। राजनाथ सिंह के साथ हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला व प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर भी थे।
फरवरी 2022 से पाकिस्तान की जेल में बंद हैं भारतीय मछुआरे
मछलीशहर के राजनाथ बिंद, विनोद कुमार बिंद, लालमणि बिंद, राजनाथ व सुरेश बिंद अपने रिश्तेदारों भदोही के नीरज बिंद और अभयराज के साथ अगस्त 2021 में रोजगार के लिए गुजरात गए थे। वहां एक ठेकेदार के लिए समुद्र में मछली पकड़ने का काम करने लगे। आठ फरवरी 2022 को उनकी नाव भटक कर पाकिस्तान की समुद्री सीमा में चली गई। पाकिस्तानी सेना के जवानों ने उन्होंने बंदी बना लिया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।