मुंगराबादशाहपुर हाईवे को लेकर लेटेस्ट अपडेट सामने आया है। मुंगराबादशाहपुर में प्रस्तावित बाईपास अब फोर लेन की जगह टू-लेन बनेगा। भूमि अधिग्रहण और टेंडर प्रक्रिया जल्द पूरी होगी। प्रयागराज महाकुंभ से पहले निर्माण शुरू हो जाएगा। 85 किलोमीटर लंबे मार्ग को बनाने के लिए 850 करोड़ रुपये स्वीकृत हुआ था लेकिन अब बाईपास को फोरलेन की जगह टू-लेन बनाने का निर्णय लिया गया है।
संवाद सूत्र, मुंगराबादशाहपुर (जौनपुर)। पूर्वांचल के आजमगढ़, गोरखपुर व जौनपुर सहित कई जिलों से प्रयागराज को जोड़ रहे मार्ग पर मुंगराबादशाहपुर में जाम की समस्या से निदान के लिए प्रस्तावित बाईपास अब फोर लेन की जगह टू-लेन बनेगा। जिम्मेदारों का दावा है कि जल्द ही भूमि अधिग्रहण, टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
मुआवजा वितरण के साथ ही प्रयागराज में महाकुंभ से पूर्व निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। निर्माण की जिम्मेदारी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण आजमगढ़ प्रखंड निभाएगा।
उक्त बाईपास के निर्माण में कई बार गतिरोध आया। बाईपास फोरलेन बनाने का प्रस्ताव बदलकर अब टू-लेन कर दिया गया है। अंदावां प्रयागराज से पकड़ी जौनपुर तक फोरलेन बाइपास मार्ग बनाने की घोषणा केंद्र सरकार द्वारा की गई थी।
85 किलोमीटर लंबे इस मार्ग को बनाने के लिए 850 करोड़ रुपये स्वीकृत हुआ था, लेकिन अब बाईपास को फोरलेन की जगह टू-लेन बनाने का निर्णय लिया गया है। इसकी लंबाई भी 8.3 किलोमीटर से घटाकर 5.1 किलोमीटर कर दी गई है, क्योंकि पांडेयपुर से कोदहूं तक 3.2 किलोमीटर सड़क पहले से बनी हुई है।
कोदहूं से गौरैयाडीह होते हुए इटहरा तक बाईपास निर्माण होगा। इसके लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है और शीघ्र ही टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उसके बाद निर्माण व मुआवजे का भुगतान साथ-साथ चलेगा। दावा किया जा रहा है कि महाकुंभ शुरू होने के पहले ही बाईपास निर्माण आरंभ हो जाएगा।
2017 में हुई थी बाईपास निर्माण की घोषणा
मुंगराबादशाहपुर रेलवे क्रासिंग पर लगने वाले भीषण जाम की समस्या को देखते हुए बाईपास निर्माण की घोषणा 2017 में तत्कालीन समाजवादी पार्टी की सरकार ने किया था। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य राजमार्ग प्राधिकरण को निर्माण की जिम्मेदारी दी थी। उस समय चुनाव आचार संहिता लगने के एक दिन पहले जिम्मेदार अधिकारियों ने बाईपास निर्माण के लिए भूमि पूजन भी किया था, लेकिन चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण निर्माण आरंभ नहीं हो सका।
चुनाव के बाद सरकार बदल गई और भाजपा सरकार आ गई। योगी सरकार ने इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को हस्तांतरित करने का आदेश स्टेट हाइवे अथारिटी को दे दिया। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा सर्वे कर डीपीआर तैयार किया गया, लेकिन वर्ष 2024 में केंद्र सरकार ने अंदावां प्रयागराज से पकड़ी जौनपुर तक 85 किलोमीटर लंबे मार्ग को बनाने की घोषणा कर दिया जिसमें इस बाईपास निर्माण को भी शामिल किया गया था, लेकिन अब उस प्रोजेक्ट से अलग कर टू-लेन बाईपास निर्माण की तैयारी चल रही है।
निर्माण की जिम्मेदारी देख रहे साइट इंजीनियर रजनीश यादव ने बताया कि अब बाईपास टू-लेन बनेगा। इसकी लंबाई 5.1 किलोमीटर होगी। सड़क निर्माण में पड़ने वाले बिजली के खंभे आदि को हटाने व व्यवस्थित करने में आने वाले खर्च का ब्योरा बिजली व विभिन्न विभागों से मांगा गया है।
प्रयागराज में महाकुंभ के पहले बाईपास निर्माण शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
-श्रीप्रकाश पाठक, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआइ, आजमगढ़ प्रखंड।
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