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UP News: कर्ज के जंजाल में फंसे पूर्वांचल के किसान, 26 हजार अन्नदाताओं का फंसा बीज अनुदान

26 हजार किसानों के बीज अनुदान का चार करोड़ 32 लाख रुपये बकाया है। ऐसे में कर्ज लेकर खाद-बीज लेने वाले किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भुगतान के लिए वे कृषि विभाग के कार्यालयों का चक्कर काट रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Thu, 29 Dec 2022 04:19 PM (IST)
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बीज अनुदान के भुगतान के लिए परेशान हैं किसान। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

जौनपुर, आनन्द स्वरूप चतुर्वेदी। किसानों की आय दोगुनी करने को केंद्र व प्रदेश की सरकार कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चला रही हैं। उन्नतिशील खेती का प्रशिक्षण देने के साथ ही प्रोत्साहन को बीजों पर अनुदान दिया जा रहा है, हालांकि इसमें खामी व जिम्मेदारों की उदासीनता का आलम यह है कि पूर्वांचल के नौ जिलों के 26 हजार 37 किसानों के बीज अनुदान का चार करोड़ 32 लाख 88 हजार पांच सौ रुपये बकाया है। इसे लेकर किसान कृषि विभाग के कार्यालयों का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन भुगतान नहीं हो पा रहा है। ऐसे में कर्ज लेकर खाद-बीज लेने वाले किसानों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। सिर्फ सोनभद्र ही ऐसा जिला है जहां बीज अनुदान का कोई बकाया नहीं है।

केंद्र सरकार की ओर से जारी होता है धन

चंदौली में 90 हजार रुपये 94 किसानों का बकाया है। डीडीएजी विजेंद्र कुमार का कहना है कि धान के बीज का सौ हेक्टेयर का अनुदान बकाया है। भुगतान की प्रक्रिया शासन स्तर पर लंबित है। इसके लिए पत्राचार किया गया है। बलिया में 22 लाख रुपये 550 किसानों को अभी तक नहीं मिल सका है। इसमें खरीफ का 6.60 लाख तो रबी का 15.40 लाख है। डीडीएजी इंद्राज ने बताया कि यह धन केंद्र सरकार की ओर से जारी होता है। पहले भुगतान ट्रेजरी के माध्यम से होता था। अब सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) से होना है। पोर्टल को अपडेट करने का कार्य चल रहा है। इसलिए भुगतान में विलंब हो रहा है। आजमगढ़ में 30 लाख 48 हजार 817 रुपये 4280 किसानों का बकाया है। डीडी एजी मुकेश कुमार का कहना है कि दस दिन पहले बजट मिला है। भुगतान के लिए किसानों का सत्यापन कराया जा रहा है। भदोही में 93 हजार 200 रुपये 60 किसानों को नहीं मिल सका है।

अधिकारी ने दिया ये आश्वासन

डीडीएजी अश्वनी कुमार सिंह का कहना है कि बीज अनुदान के बकाए के भुगतान के लिए बजट आ चुका है। जल्द ही अनुदान की राशि संबंधित किसानों के खाते में भेज दी जाएगी। मीरजापुर में 68 लाख 81 हजार रुपये पांच हजार किसानों का बकाया है। डीडीएजी डा. अशोक कुमार उपाध्याय ने बताया कि इसमें 3930 क्विंटल गेहूं के बीज का बकाया है। भुगतान की प्रक्रिया शासन स्तर पर लंबित है। पत्राचार किया गया है। गाजीपुर में तीन लाख 50 हजार रुपये 562 किसानों का बकाया है। डीडीएजी अतींद्र सिंह ने बताया कि भुगतान के लिए बजट आ चुका है, जिसे किसानों के खाते में भेजा जा रहा है। इसी तरह वाराणसी में बीज के अनुदान का छह लाख 46 हजार 298 रुपये 1140 किसानों का बकाया है। डीडीएजी अखिलेश सिंह ने बताया कि बैंक का आपस में एक-दूसरे में विलय के चलते आइएफएस कोड परिवर्तन न होने के कारण अनुदान राशि किसानों को नहीं मिल पाई है। कृषि निदेशालय लखनऊ द्वारा इस पर कार्रवाई चल रही है। जैसे ही पूर्ण हो जाएगी अनुदान राशि किसानों को भेज दी जाएगी।

सोनभद्र में कोई बकाया नहीं

बीज अनुदान का सोनभद्र में कोई बकाया नहीं है। डीडी एजी डीके गुप्त का कहना है कि सोनांचल में बीज अनुदान का कोई बकाया नहीं है। खरीफ के बीजों का सभी भुगतान हो गया है। रबी फसल का समय चल रहा है, इसके तहत भुगतान की प्रक्रिया चल रही है।

मऊ में सबसे कम है बकाया

मऊ में बीज अनुदान का सबसे कम बकाया है। यहां 56 किसानों का 65 हजार रुपये बाकी है। पिछले वर्ष का 5.70 लाख का भुगतान हुआ था। डीडीएजी एसपी श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में बीज अनुदान में खरीफ में धान के बीज का 75 हेक्टेयर का अनुदान शेष है। भुगतान कराने के लिए शासन से पत्राचार किया गया है।

मंडलवार किसान व बकाए की स्थिति

वाराणसी मंडल

  • किसान: 16091
  • बकाया: 31000483

मीरजापुर मंडल

  • किसान: 5060
  • बकाया: 6974200

आजमगढ़ मंडल

  • किसान: 4886
  • बकाया: 5313817

बजट न होने व पोर्टल के चलते हुई समस्या

जौनपुर डीडी एजी जय प्रकाश ने बताया कि किसानों द्वारा लिए गए बीज के अनुदान के बकाए के भुगतान में सबसे अधिक समस्या पोर्टल के चलते हुई। शासन स्तर से बजट भी समय से नहीं मिला। अब स्थिति ठीक हो गई है। जल्द ही किसानों का भुगतान हो जाएगा।

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