शारदा सहायक नहर कटी, डेढ़ सौ बीघा फसल जलमग्न
क्षेत्र के डमरूआ गांव के पास सोमवार को शारदा सहायक नहर कुलाबे के समीप कट गई। इस दौरान निकले पानी से लगभग डेढ़ सौ बीघा धान की फसल जलमग्न हो गई। तेज बहाव के कारण पानी गांव की कई बस्तियों तक पहुंच गया। संयोग से जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। जेसीबी लेकर पचास से अधिक मजदूर नहर के कटे हुए हिस्से में मिट्टी डालकर बांधने में जुटे रहे।
By JagranEdited By: Updated: Mon, 09 Aug 2021 11:45 PM (IST)
जागरण संवाददाता, सिकरारा (जौनपुर) : क्षेत्र के डमरूआ गांव के पास सोमवार को शारदा सहायक नहर कुलाबे के समीप कट गई। इस दौरान निकले पानी से लगभग डेढ़ सौ बीघा धान की फसल जलमग्न हो गई। तेज बहाव के कारण पानी गांव की कई बस्तियों तक पहुंच गया। संयोग से जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। जेसीबी लेकर पचास से अधिक मजदूर नहर के कटे हुए हिस्से में मिट्टी डालकर बांधने में जुटे रहे।
गांव के लोगों ने बताया कि भोर में लगभग चार बजे नहर के पास पानी बहाव की आवाज सुनकर जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो देखा कि नहर 401 नंबर कुलावे के पास कट गई थी। जब तक गांव के लोग कटाव को बांधने के लिए फावड़ा व अन्य सामान लेकर पहुंचे तब तक कटान इतना बढ़ गया था कि बांधना कठिन था। ग्रामीणों ने सूचना नहर विभाग को दी तो विभागीय अधिकारियों ने पानी को रोकने के लिए दस किलोमीटर पहले ही चौबेपुर हेड के पास क्रास रेगुलेटर बंद कर दिया। तहसीलदार सदर मूसाराम थारू नहर विभाग के सहायक अभियंता शिवशंकर सिंह, विभागीय अभियंताओं, ठीकेदार, मेठ व मजदूरों के साथ दो जेसीबी लेकर मौके पर पहुंचकर नहर कटान को बांधने का काम शुरू कर दिए। लगभग 12 घंटे से अधिक समय तक कटान के बांधने का काम चलता रहा। बहाव तेज होने के कारण थोड़ी ही देर में पानी डमरूआ गांव के मचकाही बस्ती, सरोज बस्ती, बिद बस्ती तक पहुंच गया है। फसल क्षति का आकलन करने को किया जाएगा सर्वेक्षण तहसीलदार सदर मूसाराम थारू ने बताया कि डमरूआ गांव के पास शारदा सहायक नहर कट जाने से किसानों के फसल क्षति का सर्वे व आंकलन किया जाएगा। जिन किसानों की फसल को नुकसान हुआ है, उनकी सूची बनाई जाएगी। उन्होंने किसानों को हरसंभव मदद का भरोसा दिला। बताया कि कटान का पानी निकालने के लिए गांव में जगह-जगह बनाए गए कुलावे को खोल दिया गया जिससे पानी आगे धान की खेतों में बढ़ता जाए।
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