Akshaya Tritiya 2024 वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया पर्व के रूप में मनाया जाता है। शास्त्रों में इस पर्व का बहुत ही महत्व बताया गया है। इस दिन गुरु चंद्र से गज केसरी योग शुक्र आदित्य योग शश राजयोग मंगल बुध की युति से धन योग तथा रवि योग प्राप्त होगा। इस तरह पांच विशेष शुभ संयोग के मिलने से पर्व सभी के लिए...
संवाद सहयोगी, मछलीशहर (जौनपुर)।
Akshaya Tritiya 2024: वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया पर्व के रूप में मनाया जाता है। शास्त्रों में इस पर्व का बहुत ही महत्व बताया गया है। इस वर्ष इस पर्व का सुखद संयोग 10 मई शुक्रवार को रोहिणी नक्षत्र के साथ मिल रहा है।
इस दिन गुरु चंद्र से गज केसरी योग, शुक्र आदित्य योग, शश राजयोग, मंगल बुध की युति से धन योग तथा रवि योग प्राप्त होगा। इस तरह पांच विशेष शुभ संयोग के मिलने से पर्व सभी के लिए लाभदायी होगा।
ज्योतिष व तंत्र आचार्य डाक्टर शैलेश मोदनवाल के अनुसार, अक्षय तृतीया पर बन रहे ग्रहों के विशेष योग के प्रभाव से वृष, मिथुन, कर्क, तुला व धनु यह पांच राशि वालों के जातकों के लिए विशेष फलदायी होगा। आर्थिक, पारिवारिक, व्यवसायिक क्षेत्र व कैरियर में उक्त पांच राशि के लोगों के लिए सफलता, धन प्राप्ति व सुख समृद्धि के साथ विशेष लाभ के अवसर प्राप्त होंगे।
ज्योतिष एवं वास्तु आचार्य डाक्टर टीपी त्रिपाठी के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन लक्ष्मी नारायण का पूजन का विशेष महत्व है। इस दिन जौ व तुलसी पंचोपचार सहित भगवान विष्णु को अर्पित करना चाहिए तथा मां लक्ष्मी को लाल पुष्प, इत्र, कुमकुम अर्पित कर खीर का नैवेद्य लगाना चाहिए। विष्णु सहस्रनाम, पुरुष सूक्त, श्री सूक्त व कनकधारा का पाठ इस दिन करना बहुत फलदायी होता है।
इस दिन जल से भरा कलश, पंखा, खड़ाऊ, जूता, छाता, गौ, भूमि, सोना, तिल, सत्तू आदि ब्राह्मण को दान करने से स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती है। इस दिन पितरों के निमित्त तर्पण करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
यह भी पढ़ें- Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया पर तिजोरी में रखें ये चीजें, जीवन में कभी नहीं होगी धन की कमी
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।