Jhansi Schools: स्कूलों में बच्चों के एटेंडेंस को लेकर शासन गंभीर, उपस्थिति बढ़ाने के लिए अब घर-घर जाएंगे शिक्षक
झांसी जिले के परिषदीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बढ़ाने के लिए एक नई मुहिम शुरू की जा रही है। शिक्षक अब बच्चों के घर जाकर अभिभावकों को अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगे। इस पहल का उद्देश्य नामांकित छात्रों की उपस्थिति में सुधार करना और उन्हें बेहतर शिक्षा के अवसर प्रदान करना है।
ललितपुर ब्यूरो। बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित परिषदीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बढ़ाने के लिये अब शिक्षक-शिक्षिकायें बच्चों के घर जायेंगे। इतना ही नहीं अभिभावकों को अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने के लिये प्रेरित भी करेंगे।
योजनाओं के जरिए खर्च होते हैं करोड़ों
अभियान के जरिए विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश
यह भी पढ़ें- झांसी में खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिए प्रशासन ने बनाई रणनीति, मोर्चे पर डटे 30 अफसर; दी गई हिदायत
बालिकाओं ने खेला नारे-सुआटा टोड़ी
वहीं बीते दिन विजयदशमी के अवसर पर बुन्देलखंड में प्रचलित लोककला व संस्कृति से जुड़ा क्रीड़ा पर्व (खेल) 'नारे सुआटा' शारदीय नवरात्र में किशोरियां खेलती हैं। ग्राम दुगारा में किशोरियों ने नारे-सुआटा का खेल परम्परागत तरीके से खेला।
किशोरियों ने बताया कि यह खेल नवदुर्गा के साथ ही पूरे नौ दिन खेलते हैं। नवमी को सुआटा की तेरहवीं करके इस खेल का समापन कर देते हैं। इसकी तैयारियां ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियां पहले से शुरू कर देती हैं। लड़कियों ने रंगोली तैयार कर सुबह-शाम पूजा-अर्चना कर गीत गाये जाते हैं।