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Jhansi Medical College: झांसी मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में दिल दहलाने वाली घटना, आग लगने से 10 नवजात की मौत

झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार की रात आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई और कई बच्चे झुलसे भी हैं। आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच के लिए कमिश्नर एवं डीआईजी को 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। मौके पर प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे हुए हैं।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Sat, 16 Nov 2024 01:51 AM (IST)
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Jhansi Medical College: झांसी मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में लगी आग।
जागरण संवाददाता, झांसी। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार की रात आग ने कहर बरपा दिया। यहां, नीकू वार्ड में अचानक आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई। जानकारी मिली कि मेडिकल कॉलेज के नीकू वार्ड में लगभग एक दर्जन बच्चों को गहन चिकित्सा में रखा गया है। रात लगभग साढ़े दस बजे वार्ड में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई।

हादसे के बाद आग की लपटें दूर-दूर तक दिखाई देने लगीं और मुख्य द्वार धुएं से ढक गया, जिस कारण कोई अंदर नहीं जा पा रहा था। दमकल विभाग के कर्मियों ने वार्ड की खिड़की का कांच तोड़कर आग पर काबू पाया और मेडिकल के अन्य स्टाफ के साथ बच्चों को बाहर निकाला। इनमें से अधिकतर बच्चे झुलसे थे। आधिकारिक सूचना के अनुसार, हादसे में 10 शिशुओं की मौत हो गई है।

आग लगने की सूचना उच्चाधिकारियों तक पहुंची तो मौके पर डीएम अविनाश कुमार, झांसी परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक कलानिधि नैथानी व झांसी मंडल के कमिश्नर बिमल कुमार दुबे भी मौके पर पहुंचे।

मुख्यमंत्री ने 12 घंटे के भीतर मांगी रिपोर्ट

हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्वरित संज्ञान लेते हुए कमिश्नर एवं डीआईजी को हादसे की जांच कर 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। वहीं, मुख्यमंत्री के निर्देश पर उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य झांसी रवाना हो चुके हैं।

झांसी जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि रात करीब साढ़े 10 बजे मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों ने आग लगने की सूचना दी है। जिलाधिकारी ने बताया कि नीकू वार्ड में दो यूनिट होते हैं, जिसमें अंदर की तरफ क्रिटिकल बच्चों और बाहर की तरफ कम क्रिटिकल बच्चों को रखा जाता है। उन्होंने बताया कि अंदर वाले यूनिट में संभवत: शॉर्ट सर्किट से आग लगी है।

जिलाधिकारी ने अनुसार, बाहर की यूनिट के लगभग सभी बच्चों को बचा लिया गया है। प्रथम दृष्टया अंदर वाले यूनिट में भर्ती 10 बच्चों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि बचाव कार्य जारी है। गंभीर रूप से घायलों की सूची तैयार की जा रही है। घटना के लिए जांच कमेटी का गठन किया गया है। झांसी मंडल के कमिश्नर बिमल कुमार दुबे ने बताया कि हादसे में अधिकाधिक बच्चों को बचा लिया गया है। राहत कार्य जारी है।

झांसी परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। राहत बचाव कार्य जारी है।

झांसी में किसी आपातकाल स्थिति में आप इन नंबरों के जरिए मांग सकते हैं मदद

सीएम हेल्पलाइन नंबर 1076
पुलिस हेल्पलाइन नंबर 100
हॉस्पिटल इमरजेंसी 102
महिला हेल्पलाइन 1091
फायर हेल्पलाइन 101
महिला आशा ज्योति 181
डिजास्टर हेल्पलाइन 1077
एंबुलेंस 108
क्राइम स्टॉपर 1090

दूसरों के बच्चे बचाए, खुद का लापता

थाना गरौठा के ग्राम गोरपुरा निवासी कृपाराम की पत्नी शान्ति देवी को 10 दिन पहले मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उसकी पत्नी की डिलीवरी हुई थी। बच्चा पैदा होने के कुछ समय बाद पत्नी अचानक गायब हो गई। कृपाराम अभी पत्नी की तलाश कर ही रहा था कि नीकू वार्ड में आग की सूचना पर वह अपने बच्चे को उठाने भागा, लेकिन बच्चा कहीं नहीं मिला। उसने कुछ बच्चों को तो बचा लिया, लेकिन खुद का बच्चा न मिलने से रो-रोकर बेहाल है। 

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