Jhansi Fire : जान बचाने के लिए चिल्लाता रहा आकाश 'भैया बचा लो'-'भैया बचा लो'; और फिर देखते ही देखते...
दोनों शोरूम में आग लगने की सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की गाड़ियाँ जैसे ही मौके पर पहुँची तो लोगों को लगा कि अब आग पर काबू पा लिया जाएगा लेकिन मशीनों की स्थिति ऐसी थी कि पहली मंजिल के बाद पानी का फोर्स ऊपर जा ही नहीं रहा था। इसके बाद सीओ राजेश कुमार राय और दमकल कर्मी सीढ़ी लगाकर बगल में बने कच्चे मकान पर चढ़े।
झांसी, जागरण ऑनलाइन टीम : वीआर ट्रेडर्स में कार्यरत अधिकांश कर्मी आग के फैलने से पहले ही बाहर की ओर भाग निकले, लेकिन शोरूम में पीछे की ओर बने टॉयलेट में गया आकाश वहाँ से बाहर निकल पाता, इससे पहले आग ने सभी रास्ते बन्द कर दिए।
इसके बाद वह लगभग 1 घण्टा बाथरूम में ही खुद को बन्द कर बैठा रहा, लेकिन जब उसको लगा कि वह चारों ओर से आग की लपटों में घिर चुका है तो उसने शोरूम से चीखने लगा-'भैया बचा लो।'
आकाश की आवाज सुनते ही यहाँ कुछ लोगों ने उसे हिम्मत बँधाते हुए पुलिस को सूचित किया, लेकिन कुछ देर बाद आकाश की आवाज आनी बन्द हो गई। उसे बचाने के लिए पुलिस ने शोरूम की पिछली दीवार को तोड़ने का काफी प्रयास किया, लेकिन स्थान सही न होने के चलते दीवार नहीं टूट पाई।
आग के आगे नहीं कर पाए उपकरण का प्रयोग
आगजनी जैसी घटना से निपटने के लिए शोरूम में अग्निशमन यन्त्र लगाए गए थे, लेकिन आग इतनी विकराल थी कि इन उपकरणों को इस्तेमाल करने की कोई हिम्मत भी नहीं जुटा पाया। आग शोरूम के अन्दर पहुँची तो यहाँ काम कर रहे कर्मियों को अपनी आँखों के सामने मौत मँडराती नजर आई।
मदद के लिए चीखती रही महिला
शोरूम के सामने रहने वालीं पूजा शर्मा को जैसे ही आग की लपटें दिखीं तो उन्होंने शोर मचाकर लोगों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन यहाँ अधिकांश लोग तमाशबीन बने रहे। इसके बाद पूजा खुद ही चनमगंज पुलिस चौकी पहुँची और यहाँ अग्निशमन विभाग को आग की सूचना दी।
अधिकांश लोग बनाते रहे वीडियो
वीआर ट्रेडर्स और वेल्यू प्लस शोरूम में फँसे कर्मचारियों के सामने आग ताण्डव कर रही थी और बाहर खड़े कुछ लोग इस मंजर का वीडियो बनाने में मस्त थे। जब पुलिस मौके पर पहुँचे तो तमाशबीनों को वहाँ से खदेड़ा गया।
दोनों शोरूम में नहीं हैं आपात निकासी द्वार
सीपरी बाजार क्षेत्र के व्यस्ततम चौराहा पर स्थित वीआर ट्रेडर्स और वेल्यू प्लस शोरूम के कर्मचारी अपनी जान हथेली पर लेकर यहाँ काम कर रहे थे। तीन मंजिला दोनों बिल्डिंग में आपात स्थिति के लिए एक कोई दूसरा रास्ता था ही नहीं। यही वजह रही कि जो लोग समय रहते मुख्य गेट से बाहर आ गए, लेकिन जो शोरूम में पीछे की ओर थे उन्हें बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला।
पहली मंजिल तक ही पानी फेंक पा रही थीं दमकल की गाड़ियाँ
दोनों शोरूम में आग लगने की सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की गाड़ियाँ जैसे ही मौके पर पहुँची तो लोगों को लगा कि अब आग पर काबू पा लिया जाएगा, लेकिन मशीनों की स्थिति ऐसी थी कि पहली मंजिल के बाद पानी का फोर्स ऊपर जा ही नहीं रहा था। इसके बाद सीओ राजेश कुमार राय और दमकल कर्मी सीढ़ी लगाकर बगल में बने कच्चे मकान पर चढ़े और पाइप से पानी ऊपरी मंजिल पर फेंका गया।
सेना के जवानों ने सँभाला मोर्चा, तब काबू में आई आग
आग की चपेट में आईं दोनों बिल्डिंग भीषण लपटों और आसमान को काला कर देने वाले धुएँ में गुम हो रही थीं और दमकल कर्मी पूरी मशक्कत के साथ आग पर काबू करने का प्रयास करते रहे, लेकिन मशीन के प्रेशर ने उनका साथ नहीं दिया। दो घण्टे में लगभग 15 दमकल की गाड़ियों का पानी खाली कर दिया गया, लेकिन आग शान्त नहीं हो रही थी। इसके बाद सेना के जवानों के साथ डिफेंस फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को मौके पर बुलाया गया, तब जाकर कहीं आग पर काबू होने लगा।