Jhansi Medical College: दूसरों के बच्चे बचा लिए, अपना लापता! शादी देर से हुई थी और पहला बच्चा था… कृपाराम का दर्द
झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नीकू वार्ड में आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई। वहीं घटना में गरौठा के कृपाराम का बच्चा लापता हो गया है जिससे उनपर दुखाें का पहाड़ टूट पड़ा है। घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर संज्ञान लिया है।
जागरण संवाददाता, झांसी। थाना गरौठा के ग्राम गोरपुरा निवासी कृपाराम की पत्नी शांति देवी को 10 दिन पहले मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उसकी पत्नी की डिलीवरी हुई थी।
बच्चा पैदा होने के कुछ समय बाद पत्नी अचानक गायब हो गयी। कृपाराम अभी पत्नी की तलाश कर ही रहा था कि नीकू (एनआईसीयू) वार्ड में आग की सूचना पर वह वहाँ भर्ती अपने बच्चे को उठाने भागा, लेकिन बच्चा कहीं नहीं मिला।
कृपाराम ने कुछ बच्चों को तो बचा लिया, लेकिन खुद का बच्चा न मिलने से रो-रोकर बेहाल है। उसने बताया कि शादी देर से हुई थी और घर में पहला बच्चा होने की खुशी थी, लेकिन पत्नी और बच्चा गायब होने से सब कुछ खो गया।
नवजात बच्चे के दिमाग का हुआ ऑपरेशन, अब गायब
हादसे में जिन बच्चों की मौत हुई है, उनका नाम व पता अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है, जिससे परिजन परेशान होकर यहां-वहां भटक रहे हैं। ललितपुर के पुलवारा निवासी सोनू की पत्नी ने लगभग डेढ़ माह पुत्र को जन्म दिया था।बच्चे के दिमाग में पानी भरने के कारण मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। आज ही उसका ऑपरेशन हुआ था। अग्निकांड के बाद से वह लापता है। सोनू ने बताया कि कोई यह बताने को तैयार नहीं है कि उसका बच्चा सुरक्षित है या नहीं।
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