दारोगा का बेटा विजय बना UP पुलिस में DGP, उग्रवादियों का सफाया कर राष्ट्रपति से दो बार हासिल किया अवार्ड
बचपन में परिवार के वातावरण से मिली प्रेरणा ने दारोगा के बेटे को प्रदेश के पुलिस विभाग के नया मुखिया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद पर पहुंचा दिया। खातीबाबा प्रेम नगर निवासी आइपीएस विजय कुमार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyUpdated: Thu, 01 Jun 2023 04:56 PM (IST)
जागरण संवाददाता, झांसी: बचपन में परिवार के वातावरण से मिली प्रेरणा ने दारोगा के बेटे को प्रदेश के पुलिस विभाग के नया मुखिया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद पर पहुंचा दिया। खातीबाबा, प्रेम नगर निवासी आइपीएस विजय कुमार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया। खबर मिलते ही पड़ोसियों ने नए डीजीपी के परिवार को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाईं।
वर्ष 1988 बैच के आइपीएस विजय कुमार के पिता स्व. रामप्रसाद अहिरवार थाना प्रेमनगर में दारोगा थे। पिता को वर्दी में आते-जाते देखकर बचपन से ही पुलिस वर्दी से लगाव हो गया। वर्ष 1981 में पिता के निधन के बाद पुलिस वर्दी पहनने के जुनून में पीसीएस में चयन होने पर वांछित पद न मिलने के कारण ज्वाइन नहीं किया।
दूसरे प्रयास में आइपीएस का पद मिला, तब ज्वाइन कर अपने बचपन का सपना साकार किया। हाईस्कूल की परीक्षा नेशनल हाफिज सिद्दीकी इण्टर कॉलेज से उत्तीर्ण करने के बाद राजकीय इण्टर कॉलेज से इण्टरमीडिएट की परीक्षा में मण्डल टॉप किया, जबकि उसी कक्षा में हाइस्कूल में प्रदेश टॉप करने वाला सहपाठी भी अध्ययनरत था।
IIT कानपुर से किया बीटेक
बचपन से ही मेधावी विजय ने प्रथम प्रयास में ही आइआइटी कानपुर से सिविल एंजिनियरिंग ब्रांच में बीटेक में प्रवेश लिया। यहीं से एमटेक करने के बाद दिल्ली जाकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की। वहीं से उनका चयन आइपीएस में हुआ।
विजय कुमार का पैतृक गांव जालौन जनपद के सातोह में है। माता लज्जावती हैं, जबकि भाई हेमन्त कुमार बतौर पुलिस इंस्पेक्टर कानपुर में पदस्थ हैं। सबसे छोटा भाई जसवन्त कुमार झांसी में एक प्राइवेट इण्टर कॉलेज में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। वह पत्नी सुमन, दो बेटे अनमोल और उमंग के साथ रहते हैं। बहन मनोरमा लखनऊ में है। पिता के निधन के बाद मां ने ही परिवार का लालन- पालन किया तथा पढ़ा-लिखाकर इस योग्य बनाया।
इन पदों पर यहां रही पोस्टिंग
एएसपी : गोरखपुर, नैनीताल और रुद्रपुर।पुलिस अधीक्षक नगर/देहात : बरेली।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक : पीलीभीत, बाँदा, महाराजगंज, मुजफ्फरनगर, गोरखपुर, प्रयागराज एवं लखनऊ।पुलिस उप-महानिरीक्षक परिक्षेत्र : प्रयागराज, मेरठ और आजमगढ़।पुलिस महानिरीक्षक जोन : आगरा, कानपुर एवं गोरखपुर।अपर पुलिस महानिदेशकसुरक्षा, यातायात, भर्ती बोर्ड, पुलिस महानिदेशक होमगार्ड, सीबीसीआईडी एवं सतर्कता।
अन्तर्राष्ट्रीय पुरातत्ववेत्ताविजय कुमार की पहचान पुलिस अधिकारी के साथ-साथ अन्तर्राष्ट्रीय पुरातत्ववेत्ता के रूप में भी है। उन्होंने बुन्देलखण्ड के पुरातत्व अवशेष का गहन अध्ययन किया है। चित्रकूट, बांदा एवं ललितपुर में पुरातत्व की दृष्टि से उपयोगी वस्तुओं के ऊपर लगभग 1,500 पेज की एक पुस्तक भी लिखी है।चित्रकूट में एसएसपी रहे तब वहां की सैकड़ों गुफाओं में स्वयं जाकर चित्र लिए। अक्षान्तर और देशान्तर के साथ प्रमाणित नुकीले पत्थरों की जानकारी एकत्र की। आर्कलॉजी पर हर 2 माह में अन्तर्राष्ट्रीय जर्नल का ऑनलाइन प्रकाशन करते हैं। जानकर सुखद आश्चर्य होगा इसके पाठकों की संख्या दुनियाभर में 1 लाख से अधिक है। यह जनरल आर्कलॉजी में टॉप पर है।
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