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सरकार इतना पैसा भेजती है कहां जा रहा… गोशाला में गायों की हालत देख चढ़ गया पशुधन मंत्री का पारा, अधिकारी को फटकारा

न्हा गोशाला में सात गायों की मृत्यु पर हिंदू संगठनों के हंगामा करने के मामले में रविवार को पशुधन विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने हसनपुर का दौरा किया। मंत्री का काफिला सीधे कान्हा गोशाला पहुंचा। गायों की हालत कमजोर दिखाई देने पर उन्होंने सीवीओ डाॅ. खुशीराम को बुलाकर नाराजगी प्रकट की। मंत्री ने कहा कि सरकार कान्हा गोशालाओं को इतना पैसा भेजती है फिर भी गाय कमजोर हो रही हैं।

By Saurav Kumar Edited By: Shivam Yadav Updated: Sun, 16 Jun 2024 08:29 PM (IST)
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हसनपुर की कान्हा गोशाला में बीमार गायों को देखते प्रदेश के पशुधन विकास मंत्री धर्मपाल सिंह व अन्य l जागरण
संवाद सूत्र, हसनपुर। कान्हा गोशाला में सात गायों की मृत्यु पर हिंदू संगठनों के हंगामा करने के मामले में रविवार को पशुधन विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने हसनपुर का दौरा किया। मंत्री का काफिला सीधे कान्हा गोशाला पहुंचा। गायों की हालत कमजोर दिखाई देने पर उन्होंने सीवीओ डाॅ. खुशीराम को बुलाकर नाराजगी प्रकट की। 

इस दौरान मंत्री ने कहा कि सरकार कान्हा गोशालाओं को इतना पैसा भेजती है फिर भी गाय कमजोर हो रही हैं। सात गायों की मृत्यु की बाबत पूछा तथा बीमार गायों का बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। 

कहा कि 11 व 12 जून को सात गायों की मृत्यु होने का मामला गंभीर है। पूरे मामले की जांच चल रही है। इस मामले में कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि, इस दौरान उन्हें सफाई तथा चारे व पानी की व्यवस्था बेहतर मिली। उन्होंने उस स्थान को भी देखा जहां पर मृत गायों के शव दफनाए गए थे। 

इस अवसर पर डीएम आरके त्यागी, एसपी कुंवर अनुपम सिंह, सांसद चौधरी कंवर सिंह तंवर, भाजपा जिलाध्यक्ष उदय गिरि गोस्वामी, विधायक महेंद्र सिंह खड़गवंशी, मंडी धनौरा के विधायक राजीव तरारा, नगर पालिका अध्यक्ष राजपाल सैनी, भाजपा जिला महामंत्री अभिनव कौशिक आदि मौजूद रहे।

यह था मामला

कान्हा गोशाला हसनपुर में 289 पशु संरक्षित हैं। 11 जून को चार गायों की भीषण गर्मी एवं बीमारी के चलते मृत्यु हुई थी। लेकिन, गायों के शवों का निस्तारण नहीं किया जा सका था। 24 घंटे से अधिक समय तक शव गोशाला परिसर में धूप में पड़ने रहने से दुर्गंध उठने लगी। 

वहीं, अगले दिन 12 जून को तीन और गायों की मृत्यु हुई थी। सात गायों के शव देखकर किसी ने वीडियो बनाकर विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को भेज दी। हिंदू संगठन के नेता व कार्यकर्ताओं ने रात को ही गोशाला पहुंचकर हंगामा कर दिया। 

इस दौरान एसडीएम से नोकझोंक भी हुई थी। एक जीवित गाय को गड्ढे में डालने पर मामला और तूल पकड़ गया था। इस मामले में एसडीएम भगत सिंह को यहां से हटाकर जिला मुख्यालय से संबद्ध किया जा चुका है। 

अधिशासी अधिकारी प्रदीप नारायण दीक्षित, नगर पालिका के वरिष्ठ लिपिक दिनेश कुमार तथा गोशाला प्रभारी करन सिंह को निलंबत किया गया है। इसके अलावा गोशाला प्रभारी करन सिंह, केयर टेकर रजत व कुनाल तथा सफाई कर्मी अश्वनी व जेसीबी चालक जाकिर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें गिरफतार कर चालान किया गया था। हालांकि, अदालत से उन्हें जमानत मिल गई थी।

प्रत्येक पशु 50 रुपये, छह माह के मिले 20.50 लाख

कान्हा गोशाला हसनपुर को कुछ समय पहले ही छह माह के 20 लाख 50 हजार रुपये की धनराशि शासन से आई थी। यह धनराशि अधिशासी अधिकारी व गोशाला प्रभारी के गोवंश भरण पोषण के खाते में आती है। यह राशि प्रत्येक पशु को प्रतिदिन 50 रुपये के हिसाब से मिलती है।

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