UP News: जमीन पट्टे के नाम पर लेखपाल ने मांगी दो लाख की रिश्वत, योगी के मंत्री के निर्देश पर हुए निलंबित
यूपी के कन्नौज जिले में लेखपाल ने पात्र लोगों से कृषि एवं आवासीय जमीन के पट्टे के नाम पर दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी। जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस मामले में समाज कल्याण राज्यमंत्री ने तत्काल मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। अब एसडीएम ने जांच आख्या के आधार पर लेखपाल को निलंबित कर दिया है।
जागरण संवाददाता, कन्नौज। गांव के पात्र लोगों को कृषि और आवासीय जमीन के पट्टे आवंटित करने की पत्रावली तैयार करने के नाम पर लेखपाल ने प्रधान के दो लाख की रिश्वत मांगी। इसका आडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रचलित हुआ। समाज कल्याण राज्यमंत्री ने तत्काल मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। नायब तहसीलदार की जांच आख्या के आधार पर एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया है। प्रचलित आडियो 15 अगस्त की शाम का बताया जा रहा है।
सदर तहसील के गागेमऊ ग्रामसभा में तैनात लेखपाल अजय कुमार साही और अनौगी के प्रधान सूरज भान के करीबी अन्नू से फोन पर हुई बात का ऑडियो शुक्रवार को प्रचलित हुआ। इसमें लेखपाल आवासीय और कृषि योग्य भूमि का पट्टा आवंटन के लिए पत्रावली तैयार करने के नाम पर दो लाख रुपये मांग रहे हैं, जबकि प्रधान का करीबी अन्नू कह रहा है कि प्रधान ने उन्हें पांच रुपये देने को कहा है।
इस पर लेखपाल दिमाग ठीक होने की बात कहते हुए कह रहे हैं कि दो लाख में बात हुई थी। इससे दो लाख ही चाहिए। इस पर अन्नू ने दो लाख रुपये देने की सहमति जताई है। प्रधान सूरज भान का कहना है कि छह माह पूर्व लेखपाल की तैनाती उनकी ग्राम सभा में थी। स्थानांतरण के बाद भी पत्रावली तैयार करने की जिम्मेदारी अधिकारियों ने उन्हें दे रखी है। ऑडियो प्रचलित होने का समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण ने संज्ञान लिया है।
उन्होंने डीएम शुभ्रान्त कुमार को शुक्ल को जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं एसडीएम रामकेश ने बताया कि नायब तहसीलदार हिमांशु प्रभाकर की जांच में दोषी पाए जाने पर लेखपाल को निलंबित कर दिया है। पूरे मामले की जांच नायब तहसीलदार सतीश को दी गई है। लेखपाल अजय कुमार साही का कहना है कि उन्होंने रिश्वत नहीं मांगी है। फर्जी आडियो प्रचलित कर उन्हें फंसाने की साजिश रची गई है।
पट्टा धारकों से भी छह लाख वसूली की बनाई योजना
अनौगी ग्राम पंचायत में करीब 120 ग्रामीणों को आवासीय और कृषि योग्य भूमि के पट्टे होने हैं। लेखपाल ने पत्रावली तैयार कर पट्टा आवंटित होने पर प्रति लाभार्थी से पांच-पांच लाख रुपये की मांग की है।प्रधान सूरज भान ने बताया
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