कन्नौज में अखिलेश की एंट्री से त्रिकोणीय हुआ मुकाबला, सुब्रत पाठक की पत्नी ने वापस लिया पर्चा; 15 प्रत्याशी मैदान में
Kannauj Lok Sabha Election लोकसभा के लिए चौथे चरण में नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई। कन्नौज लोक सभा क्षेत्र के लिए दो प्रत्याशियों ने पर्चे वापस लिए हैं। अब 15 प्रत्याशियों के लिए मतदान होगा। इन सभी को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिए गए हैं। कन्नौज लोकसभा सीट में पांच विधानसभा है। कन्नौज छिबरामऊ तिर्वा और सदर है जबकि कानपुर देहात की रसूलाबाद व औरैया की बिधूना विधानसभा शामिल है।
जागरण संवाददाता, कन्नौज। (Kannauj Lok Sabha Election) लोक सभा के लिए चौथे चरण में नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई। कन्नौज लोक सभा क्षेत्र के लिए दो प्रत्याशियों ने पर्चे वापस लिए हैं। अब 15 प्रत्याशियों के लिए मतदान होगा। इन सभी को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिए गए हैं।
कन्नौज लोकसभा सीट में पांच विधानसभा है। कन्नौज छिबरामऊ, तिर्वा और सदर है, जबकि कानपुर देहात की रसूलाबाद व औरैया की बिधूना विधानसभा शामिल है। 18 से 25 अप्रैल तक हुई नामांकन प्रक्रिया में सपा, भाजपा और बसपा समेत 28 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था।
सुब्रत पाठक की पत्नी ने वापस लिया नामांकन
शुक्रवार को रिटर्निंग आफिसर शुभ्रान्त कुमार शुक्ल और सामान्य प्रेक्षक संदीप कुमार की उपस्थिति में छह निर्दलीय और पांच दलीय प्रत्याशियों के नामांकन पत्र खारिज किए थे। सोमवार को भाजपा सांसद सुब्रत पाठक की पत्नी नेहा पाठक और पूर्व सांसद राम बक्श सिंह ने पर्चा वापस लिया है।
पूर्व सांसद के बेटे आलोक वर्मा मैदान में है। जिले में 13 मई 2024 को जनपद में मतदान और चार जून 2024 को मतगणना कार्य संपन्न होगा। कन्नौज लोकसभा सीट से सपा मुखिया अखिलेश यादव, भाजपा से सुब्रत पाठक और बसपा से इमरान बिन जफर चुनाव मैदान में है। इसके अलावा अन्य दल और निर्दलीय भी मैदान में है।
इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष कुमार सिंह, प्रशिक्षु आइएएस स्मृति मिश्रा, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी विनीत कटियार सहित विभिन्न पार्टी की प्रत्याशी व प्रस्तावक उपस्थित रहे।
त्रिकोणीय होगा इस सीट का मुकाबला
सपा मुखिया अखिलेश यादव, भाजपा के सुब्रत पाठक और बसपा के इमरान बिन जफर के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा। तीनों प्रमुख दल अपनी-अपनी ताकत दिखाने में लगे हुए हैं। इस सीट पर पूरे उत्तर प्रदेश की निगाहे टिकी हुई है।
अखिलेश यादव तीन बार रह चुके सांसद
2000 के उपचुनाव अखिलेश यादव ने चुनाव लड़ा था। उनको यहां जीत मिली। इसके बाद 2004 और 2009 में लगातार जीत दर्ज कर हैट्रिक लगाई। वर्ष 2012 में फिर उपचुनाव हुआ तो अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव निर्विरोध निर्वाचित हुई थीं। वर्ष 2014 में भी डिंपल ने जीत दर्ज की, लेकिन 2019 में भाजपा के सुब्रत पाठक ने डिंपल को चुनाव हराकर इस सीट पर कमल खिलाया।
2019 में डिंपल को मिली हार
वर्ष 2019 में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को भाजपा के सुब्रत पाठक ने करीब 12 हजार मतों से पराजित किया था। इस बार सपा मुखिया स्वयं मैदान में हैं। इससे कन्नौज लोकसभा का चुनाव दिलचस्प हो गया है। अब देखना है कि इस सीट पर इस बार क्या सुब्रत पाठक का कब्जा बरकरार रहता है या फिर सपा मुखिया अपने पुराने गढ़ को सुरक्षित रख पाते हैं।
अखिलेश के प्रस्तावक पूर्व विधायक का बेटा मैदान में
पूर्व विधायक कलियान सिंह दोहरे सपा प्रमुख अखिलेश यादव के प्रस्तावक है। पूर्व विधायक के बेटे भानु प्रताप सिंह निर्दलीय मैदान में है। उनको चुनाव चिह्न आटो रिक्शा दिया गया है।
वैध नामांकन प्रपत्र
क्रमांक
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इन्होंने वापस लिए नामांकन पत्र
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यह खारिज हुए थे नामांकन पत्र
1.शिवांक
2.विजय कुमार
3.जर्रार खां
4.राधा रानी
5.शोभित सिंह
6.राजेश सिंह चौहान
7.सुनील कुमार
8.राम लखन
9.अंकुर प्रताप सिंह
10.आनंद कुमार
11. श्रीकृष्ण
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