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अमेरिका-मोरक्को ने अपने छात्रों को दस दिन पहले ही वापस बुलाया

जागरण संवाददाता कन्नौज रूस और यूक्रेन के बीच तनाव पिछले कई माह से चल रहा है। इस तनाव

By JagranEdited By: Updated: Fri, 25 Feb 2022 11:31 PM (IST)
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अमेरिका-मोरक्को ने अपने छात्रों को दस दिन पहले ही वापस बुलाया

जागरण संवाददाता, कन्नौज : रूस और यूक्रेन के बीच तनाव पिछले कई माह से चल रहा है। इस तनाव को देखते हुए अन्य देशों के दूतावासों ने अपने देश को पहले ही जानकारी दे दी थी। वहां करीब 20 हजार भारतीय छात्र-छात्राएं फंसे हुए हैं। वहीं, अमेरिका और मोरक्को ने अपने सभी छात्रों को दस दिन पहले ही वापस बुला लिया था।

शहर के गोलकुआं चौराहा स्थित गोपाल नगर निवासी ठेकेदार संजीव सिंह भदौरिया की यूक्रेन के डेनिप्रो शहर से लौटी बेटी प्रज्ञा भदौरिया ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वहां रूस चारों तरफ से हमला कर रहा है, जिससे कई देशों के छात्र-छात्राएं फंसे हुए हैं और अपने स्वजन की याद कर रहे हैं। इंटरनेट सेवा बाधित होने से वीडियो काल भी नहीं हो पा रही है। प्रज्ञा डेनिप्रो मेडिकल यूनीवर्सिटी में एमबीबीएस पांचवे वर्ष की छात्रा है। डेनिप्रो यूक्रेन की राजधानी कीव से 900 किमी दूर है। उसने बताया कि उसके हास्टल से 12 किमी दूर साइक्लोजी बिल्डिग पर मिसाइल से हमला किया गया, जिससे उसके हास्टल की बिल्डिग भी हिल गई। स्थिति यहां तक है कि कई छात्र यूनीवर्सिटी के बेसमेंट में छिपे हैं और उनके पास खाने-पीने की चीजों का अभाव है। यूनीवर्सिटी ने भी नहीं दी छात्रों को जानकारी

प्रज्ञा भदौरिया ने बताया कि यूनीवर्सिटी के अधिकारियों ने भी छात्रों को हमले की जानकारी नहीं दी। तनाव के बावजूद भी आफलाइन क्लास चलाते रहे, जबकि उन्होंने आनलाइन क्लास की मांग की थी। उसने बताया कि उसके साथी आगरा के अमन उपाध्याय, प्रयागराज के विष्णुकांत पांडेय, मुरादाबाद की साक्षी, इटावा के अभिषेक शाक्य, फीरोजाबाद की रुचि त्रिवेदी, कानपुर की कीर्ति त्रिवेदी समेत कई छात्र-छात्राएं अब भी फंसे हुए हैं। पोलैंड के रास्ते वापस लौट रहे छात्र

छात्रा प्रज्ञा भदौरिया ने बताया कि रूसी हेलीकाप्टरों ने मिसाइल हमले में राजधानी कीव के एयरपोर्ट को तबाह कर दिया है। ऐसे में कई छात्र सड़क मार्ग से पोलैंड की राजधानी वार्सा पहुंच रहे हैं और वहां विमान से दुबई के रास्ते भारत लौट रहे हैं। विश्व के सभी देशों ने यूक्रेन के लिए फ्लाइट को रद कर दिया है। तनाव को देखते हुए उनके पापा ने फोन किया तो उन्होंने दोगुने दामों में टिकट बुक करा ली और वापस घर आ गई। पिता ठेकेदार तो मां सरकारी अध्यापक

प्रज्ञा के पापा संजीव सिंह भदौरिया ठेकेदारी करते हैं तो मां अनीता चौहान जलालाबाद ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय बछज्जापुर में अध्यापक हैं। उनकी छोटी बहन तेजस्वी लखनऊ में एसएससी की कोचिग कर रहीं हैं, जबकि भाई उत्कर्ष जागरण पब्लिक स्कूल में 11वीं का छात्र है। प्रज्ञा ने शहर के जेपी ग‌र्ल्स इंटर कालेज से हाईस्कूल व इंटर किया। 2017 में वह एमबीबीएस के लिए यूक्रेन चली गई थी।

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