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Lok Sabha Election: इत्रनगरी को रिझाकर राजनीतिक लक्ष्य साधने आ रहे सीएम योगी, इस सीट से अखिलेश यादव लड़ सकते हैं चुनाव

लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आक्रामक रणनीति अपनाने जा रहे हैं। उन्होंने सदन हो या समाज अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी को उसके ही गढ़ में मात देने की तैयारी शुरू कर दी है। इसीलिए लोकसभा चुनाव की दुंदुभी बजे उससे पहले ही कन्नौज में पार्टी के सांसद सुब्रत पाठक के पिता की पुण्य तिथि पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी राजनीतिक लक्ष्य साधेंगे।

By Vijay P Singh Edited By: Abhishek Pandey Updated: Fri, 02 Feb 2024 09:28 PM (IST)
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इत्रनगरी को रिझाकर राजनीतिक लक्ष्य साधने आ रहे योगी
विजय प्रताप सिंह, कन्नौज। लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आक्रामक रणनीति अपनाने जा रहे हैं। उन्होंने सदन हो या समाज, अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी को उसके ही गढ़ में मात देने की तैयारी शुरू कर दी है। इसीलिए लोकसभा चुनाव की दुंदुभी बजे, उससे पहले ही कन्नौज में पार्टी के सांसद सुब्रत पाठक के पिता की पुण्य तिथि पर आयोजित कार्यक्रम कन्नौज माटी वंश समागम में मातृशक्ति समारोह के जरिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रतिद्वंद्वी अखिलेश यादव को उनके ही क्षेत्र में घेरेंगे।

कन्नौज संसदीय क्षेत्र, जहां 1998 से लेकर 2019 तक लगातार समाजवादियों का कब्जा रहा। इसमें सपा के संस्थापक स्व. मुलायम सिंह यादव के बाद अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिम्पल यादव सांसद रहीं। इससे यह क्षेत्र समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाने लगा।

सुब्रत पाठक ने डिम्पल यादव को किया था परास्त

हालांकि 2019 में मोदी और योगी की लहर चली तो भाजपा के प्रत्याशी सुब्रत पाठक ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी सांसद डिम्पल यादव को 12,358 मतों से पराजित किया था। उसके बाद डिम्पल यादव मैनपुरी में चुनाव लड़ीं।

अपने मुख्यमंत्री रहते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कन्नौज को अपनी कर्मस्थली के रूप में विकसित किया था। इस कारण 2019 में पत्नी डिम्पल यादव के चुनाव हार जाने के बाद वह 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में कन्नौज सीट को सबसे सुरक्षित मानते हैं। इस कारण अखिलेश यादव खुद चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। इसकी चर्चा जोरों पर है।

अखिलेश के खिलाफ भाजपा कर रही घेराबंदी

इस कारण आइएनडीआइ गठबंधन में प्रदेश में अगुवाई कर रहे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के खिलाफ इस सीट पर घेराबंदी करने के लिए भाजपा को और मजबूत किया जा रहा है। इसके लिए स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमान संभाली है। क्योंकि सपा मुखिया अखिलेश यादव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सदन से लेकर समाज तक टक्कर दे रहे हैं।

03 फरवरी (शनिवार) को कन्नौज के केके इंटर कालेज के बोर्डिंग मैदान में सांसद सुब्रत पाठक के पिता स्व. ओम प्रकाश पाठक की पांचवी पुण्यतिथि पर कन्नौज माटी वंश समागम कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मातृशक्ति सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम के जरिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोकसभा चुनाव में जीत के लिए सियासी समीकरण भी अनुकूल बनाएंगे।

कन्नौज से चुनाव लड़ सकते हैं अखिलेश

2009 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी सुब्रत पाठक अखिलेश यादव के सामने बुरी तरह से पराजित हो गए थे, लेकिन डिम्पल यादव के सामने भाजपा ने 2014 में कड़ी टक्कर दी थी। तब पार्टी प्रत्याशी सुब्रत पाठक महज 19908 मतों से ही हारे थे। 2019 में सुब्रत ने डिम्पल यादव को 12,358 वोटों से हरा दिया था। अब फिर अखिलेश यादव सामने आ सकते हैं तो भाजपा को और मजबूती देने की आवश्यकता को देखा जा रहा है।

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