UP News: बैंक लोन और बिजली बिल के बोझ तले दबे किसान ने लगाई फांसी, परिवार में मचा कोहराम
यूपी के कन्नौज में बैंक का लोन और बिजली बिल के बोझ तले दबे किसान ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह काफी देर तक कमरे से किसान के न निकलने पर स्वजन ने खिड़की से शव लटका देखा। इससे परिवार में कोहराम मच गया। स्वजन ने कर्ज से परेशान होकर सदमे में आकर किसान के आत्मघाती कदम उठाने की बात कही है।
जागरण संवाददाता, कन्नौज। बैंक का ऋण और बिजली बिल के बोझ तले दबे किसान ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह काफी देर तक कमरे से किसान के न निकलने पर स्वजन ने खिड़की से शव लटका देखा। इससे परिवार में कोहराम मच गया। स्वजन ने कर्ज से परेशान होकर सदमे में आकर किसान के आत्मघाती कदम उठाने की बात कही है।
सदर कोतवाली के मानीमऊ पुलिस चौकी क्षेत्र के गुखरु गांव निवासी किसान 56 वर्शीय हरिश्चंद्र बाथम सोमवार की शाम खाना खाने के बाद कमरे में सोने चले गए। रात को किसी समय कमरे की छत में लगे कुंडे से गमछा डालकर उन्होंने आत्महत्या कर ली। सुबह करीब आठ बजे तक दरवाजा न खुलने पर स्वजन ने जब खिड़की से अंदर देखा, तो शव लटका देखकर होश उड़ गए। मृतक के बेटे मंजेश कुमार ने बताया कि पिता ने बैंक आफ बडौदा से किसान केडिट कार्ड से डेढ़ लाख रुपये का कर्ज करीब तीन साल पूर्व लिया था। खेती में नुकसान न होने पर कर्ज चुका नहीं सके।
इसके अलावा बिजली विभाग पर 60 हजार का बिल बकाया था। इससे पिता तनाव में रह रहे थे। दोपहर में पिता ने उससे व भाइयों से जमीन बेंच कर सरकारी कर्ज और बकाया अदा करने की बात कही थी। रात को तनाव में आकर पिता ने आत्महत्या कर ली। मृतक के पांच बेटे हैं। इसमें दो की शादी हो चुकी है। कोतवाली प्रभारी अजय कुमार अवसथी ने बताया कि मृतक के बेटों ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात कही है। मामले की जानकारी अधिकारियों को देने के साथ पूरे छानबीन शुरू की गई है।