कन्नौज में विवादित दुकानों पर बुलडोजर चलाने के दौरान महिलाओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई। महिलाओं ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उनके घर के पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया गया और फिर जबरन दुकानों को तोड़ा गया। इंटरनेट मीडिया पर इस घटना के वीडियो वायरल हो रहे हैं। इस मामले में पुलिस का कहना है कि जमीन के असली मालिक ने ही दुकानों को तोड़ा है।
जागरण संवाददाता, कन्नौज। विवादित तीन दुकानों पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त करने के दौरान महिलाओं की पुलिस ने करीब आधा तक झड़प हुई। बुलडोजर के आगे लेटी महिलाओं को महिला पुलिसकर्मियों ने जमीन में घसीट कर दूर किया। इंटरनेट मीडिया पर इसके वीडियो प्रचलित हुए।
महिलाओं ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उनके घर के पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद जबरियापुर असरदार लोगों के साथ पहुंची पुलिस ने दुकानों को ध्वस्त कर दिया।
तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के सीहपुर निवासी महेंद्र कुमार की नसरापुर में तिर्वा रोड पर जमीन है।
नसरापुर निवासी मौरंग गिट्टी कारोबारी आशीष कुमार का दावा है एडवांस पांच लाख रुपये देकर महेंद्र कुमार गुप्ता से उसने तीन दुकानों का लिखित में सौदा किया था। इससे उसने जमीन पर सहमति से तीन दुकानों का निर्माण कराया। रविवार दोपहर करीब एक बजे महेंद्र कुमार ने बुलडोजर से दुकानों को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान आशीष कुमार के घर की महिलाएं बुलडोजर के आगे लेट गईं। इससे सूचना पर पहुंची पुलिस से महिलाओं की नोकझोंक हुई।
महिलाओं ने पुलिस पर लगाया आरोप
करीब आधा घंटे तक महिलाओं से महिला पुलिसकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की हुई। इसके बाद महिला पुलिस कर्मियों ने विरोध कर रही महिलाओं को घसीटकर बुलडोजर के आगे से हटवाया। महिलाओं का आरोप है कि पूंजीपतियों से मिलकर पुलिस ने पहले आशीष कुमार समेत परिवार के पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद बगैर किसी आदेश के दुकानों को पुलिस ने ध्वस्त करा दिया।
वहीं महेंद्र कुमार का कहना है कि जमीन उनकी है। इस पर आशीष ने जबरिया कब्जा कर लिया था। बुलडोजर चलवाने की जानकारी पर उन्होंने इन्कार किया है।
एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि जिस व्यक्ति के नाम जमीन है। उसने स्वयं दुकानों को तोड़ा है। कुछ महिलाओं द्वारा विरोध कर झगड़ा की सूचना मिली थी। इससे पुलिस मौके पर पहुंची थी और महिलाओं को शांत कराया गया।
महिला सपा नेता से भी पुलिस की हुई नोकझोंक
बुलडोजर से दुकानों को ध्वस्त कराने की जानकारी पर सपा महिला अनुसूचित मोर्चा की प्रदेश सचिव शशिमा सिंह मौके पर पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने बुलडोजर से दुकानों को ध्वस्त कराने का विरोध किया। इस दौरान महिला पुलिसकर्मियों से उनकी नोकझोंक हुई। सपा नेता शशिमा सिंह ने बताया कि बगैर किसी मजिस्ट्रेट के आदेश पुलिस ने बलपूर्वक दुकानों को ध्वस्त करा दिया।
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